सिद्धू का कैप्टन पर फिर निशाना, पंजाब में 300 यूनिट फ्री बिजली की वकालत की, कहा- 3 से 5 रुपये हो दर
पंजाब के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर बिजली दरों को लेकर अपनी पार्टी की ही कैप्टन अमरिंदर सरकार पर हमला किया है। उन्होंने 300 यूनिट फ्री बिजली की वकालत की है। यह घोषणा अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों की थी।
चंडीगढ़, जेएनएन/एजेंसियां। पंजाब में बिजली संकट और बिजली की दरों पर सियासी घमासान जारी है। दो दिन बाद फिर पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू ने इस मामले पर ट्वीट किए हैं। उन्होंने राज्य में बिजली दरों और बिजली संकट को लेकर अपनी ही पार्टी की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर निशाना साधा है। सिद्धू ने राज्य में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की पैरवी की है। इस तरह उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की पिछले दिनों की गई घोषणा की वकालत की है। इसके साथ ही सिद्धू ने घरेलू उपभोक्ताओं को तीन रुपये से पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली देने की भी मांग की है।
बता दें कि दो दिन पहले भी सिद्धू ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर बिजली मामले पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी सरकार पर निशाना साधा था। सिद्धू ने रविवार को पंजाब के बिजली मामले पर दो ट्वीट किए हैं। सिद्धू ने कहा कि पंजाब के लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उन्हें बिना कट के 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिए।
बता दें कि पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में आप (AAP) की सरकार बनने पर हर घर को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने और राज्य में 24 घंटे बिजली सप्लाई की घोषणा की थी। ऐसे में सिद्धू द्वारा अपरोक्ष रूप से केजरीवाल की घोषणा की वकालत की है। इससे राज्य की सियासत को लेकर नए संकेत भी मिले हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट।
उन्होंने कहा कि पंजाब अभी 9000 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी दे रहा है, लेकिन हमें घरेलू व औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए और करना चाहिए। घरेलू उपभोक्ताओं और उद्योगों को 10 से 12 रुपये प्रति यूनिट की जगह तीन से चार रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जानी चाहिए। ये आसानी से हासिल किए जा सकते हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट।
सिद्धू ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि कांग्रेस हाईकमान के जनहितैषी 18 बिंदुओं वाले एजेंडा पर अब काम शुरू हो जाना चाहिए। इसके साथ ही पंजाब विधानसभा में नया विधेयक लाकर बादल सरकार के समय के बिजली खरीद समझाैते से छुटकारा पाया जाना चाहिए। बिना फिक्स चार्ज लगाए नेशनल पावर एक्सचेंज के अनुरूप बिजली दरें तक की जानी चाहिए।
बता दें कि सिद्धू पहले भी शिरोमणि अकाली दल-भाजपा के शासनकाल में निजी कंपनियों से किए गए बिजली खररद समझौतों (Power Purchase Agreements) को समाप्त करने की मांग उठाते रहे हैं। इसको लेकर वह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। वह कई अन्य मुद्दों पर भी कैप्टन सरकार पर हमलावर रहे हैं।
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