सिद्धू की पत्नी बोलीं- पद के पीछे नहीं भागते नवजोत, एक साल के लिए मंत्री बन कर क्या करेंगे
नवजोत सिंह सिद्धू की सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से चाय पर मुलाकात हुई। सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू ने बातचीत से पहले ही इसके नतीजे के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू पद के पीदे नहींं भागते और एक साल के लिए मंत्री बनकर क्या करेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की बुधवार शाम को राज्य के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से चाय से मुलाकता हुई। उनके एक बार फिर से कैप्टन की कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन, दोनों की मुलाकात से पहले ही नवजाेत सिंह सिद्धू की पत्नी डाॅ. नवजोत कौर सिद्धू ने बड़ा बयान दिया। डॉक्ष् सिद्धू ने कहा कि नवजोत सिद्धू कभी कुर्सी के पीछे नहीं भागते हैं ,सिर्फ पंजाब का भला चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब मिनिस्ट्री लेकर क्या कर लेंगे। एक साल के अंदर कोई भी व्यक्ति अपनी परफॉर्मेंस नहीं दिखा सकता।
कहा- पद के पीछे नहीं भागते सिद्धू, पंजाब सर्वोपरि
बता दें कि डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को जट महासभा की महिला इकाई का प्रधान नियुक्त किया गया है। डॉ. सिद्धू ने कैप्टन और नवजोत सिद्धू के बीच चाय पर होने वाली बैठक से पूर्व यह बयान देकर पहले ही बातचीत के नतीजे का संकेत दे दिया था। उन्होंने दोबारा कैबिनेट में मंत्री बनने और राज्य कांग्रेस का प्रधान बनने की चल रही अटकलों पर कहा कि वह पिछले दो साल से यही सुन रही हैं। कैप्टन व सिद्धू मीटिंग के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि पहले लंच पर क्रिकेट की बातें हुई थी और आज चाय पर हॉकी की बातें हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि एक साल में कोई भी मंत्री विधायक अपनी परफॉर्मेंस नहीं दिखा सकता ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धू के लिए पद महत्व नहीं रखता। पंजाब का कल्याण ही महत्वपूर्ण है। कैप्टन सरकार की चार साल के प्रदर्शन पर टिप्पणी करने से उन्होंने मना कर दिया। लेकिन, उन्होंने कहा कि जब अध्यापक, डॉक्टर या किसी अन्य कर्मचारी का रिपोर्ट कार्ड पूछा जाता है तो फिर मंत्री या विधायक का रिपोर्ट कार्ड क्यों नहीं ।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की शराब नीति, तेलंगाना की माइनिंग पॉलिसी सबसे बेहतर है। डॉ. सिद्धू ने यह भी कहा कि यदि हम कुछ नहीं कर सकते तो दूसरों की नकल ही कर लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू तेलंगाना और मध्य प्रदेश की शराब पॉलिसी लेकर आए थे लेकिन इसे लागू नहीं किया गया और ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जिस दिन सरकारी अस्पताल में 70 फ़ीसदी लोगों का मुफ्त इलाज और सरकारी स्कूलों में 70 फ़ीसदी विद्यार्थी पढ़कर इंजीनियर या डॉक्टर बनने लग जाएंगे, उस दिन समझा जाएगा कि पंजाब तरक्की कर गया है। उन्होंने कहा कि समूचे देश में स्वास्थ्य प्रणाली का बुरा हाल है।
किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि वह अब जट महासभा की महिला प्रधान होने के नाते आंदोलन में हिस्सा लेंगी। किसान यूनियन के नेताओं ने किसी राजनीतिक पार्टी के नेता के आंदोलन में आने पर रोक लगा रखी है जिस कारण उन्होंने किसानों के धरने में जाने पर संकोच किया है, ताकि भाजपा को किसानों को बदनाम करने का मौका ना मिल सके की उनके समारोह में कांग्रेसी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू आ रही है।
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