Actress रुखशार ढिल्लों बोलीं-ऐसा अभिनय करने की इच्छा, जिसकी हर जगह हो तारीफ
रुखशार ढिल्लों ने कहा कि फिल्म में वह भी भंगड़ा डाल रही हैं। बोली कि बेशक ये लड़कों का डांस फॉर्म हैं मगर फिल्म में इसे ज्यादा करते नजर आउंगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। अमृतसर से हूं, मगर छह महीने के दौरान ही यूके चली गई। वापस भारत लौटी तो पंजाब के अलावा विभिन्न राज्यों में रही। इसकी वजह से पंजाबी कल्चर ज्यादा देखा तो नहीं मगर ऐसा हो नहीं सकता कि एक पंजाबी से पंजाब निकाल सके। मेरे अंदर आज भी पंजाब है, ये मुझे तब पता चला जब भंगड़ा पाले फिल्म के दौरान मैंने भंगड़ा डालना शुरू किया। एक्ट्रेस रुखशार ढिल्लों कुछ इसी अंदाज में बात करती हैं। होटल हयात रिजेंसी में वह अपनी फिल्म 'भंगड़ा पाले' पर बात करने पहुंचीं।
रुखशार ढिल्लों ने कहा कि फिल्म में वह भी भंगड़ा डाल रही हैं। बोली कि बेशक ये लड़कों का डांस फॉर्म हैं मगर फिल्म में इसे ज्यादा करते नजर आउंगी। ड्रेस डिजाइनिंग से पहुंचीं एक्टिंग के गलियारे तक रुखशार ने कहा कि वह गोवा में ज्यादा रही। इसके बाद विभिन्न जगह पर अपनी पढ़ाई। फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई के दौरान कई लोगों से मिलना हुआ। जहां फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी जुड़े थे। किसी ने मुझे अपना लुक टेस्ट करने को कहा। मैंने दिया और मुझे विज्ञापन में काम करने का मौका मिल गया। जहां के बाद साउथ इंडस्ट्री की फिल्म भी की। ये फिल्म मुझे इसलिए भी मिली क्योंकि मैं भी पंजाबी हूं। मगर पंजाबी भाषा पर पकड़ दोबारा लानी पड़ी। भंगड़े की भी प्रेक्टिस की। जिसमें मुझे एक्टिंग से भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी।
लोक कला को समझना चाहिए
रुखशार ढिल्लों का कहना है कि हमें अपनी लोक कला को समझना चाहिए। क्योंकि यह हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है। क्यों पंजाब को जोश से भरा कहा जाता है, क्योंकि यहां की नृत्य शैली ही इतनी जोरदार है। अगर अभिनय पक्ष की बात करूं, तो फिल्म में मैंने काफी कोशिश की कि मैं बेहतर करुं। मैं चाहती हूं की भविष्य में ऐसे किरदार करुं, जिससे की मेरे अभिनय की भी तारीफ हो।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें