पंचकूला में बनेगा मदर एंड चाइल्ड हेल्थ सेंटर, 100 बिस्तर की होगी सुविधा
सेक्टर-6 स्थित सिविल सर्जन ऑफिस की पुरानी बिल्डिग को तोड़ दिया गया है। अब यहां पर मदर एंड चाइल्ड हेल्थ सेंटर बनाया जाएगा।
राजेश मलकानियां, पंचकूला
सेक्टर-6 स्थित सिविल सर्जन ऑफिस की पुरानी बिल्डिग को तोड़ दिया गया है। अब यहां पर मदर एंड चाइल्ड हेल्थ सेंटर बनाया जाएगा। इसमें दो बेसमेंट और छह से ज्यादा मंजिला भवन बनाने की तैयारी की जा रही है। यह बिल्डिग वर्षो पुरानी थी, जोकि कंडम घोषित की जा चुकी थी। पिछले दो दिन से इस बिल्डिग को ध्वस्त करने का काम चल रहा था। अस्पतालों में होने वाली डिलीवरी नवजातों को भी संक्रमण से दूर रखती है। साथ ही समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों को विशेष मेडिकल केयर होने लगी है। जल्द ही मदर एंड चाइल्ड हेल्थ सेंटर के लिए भवन निर्माण शुरू हो जाएगा। सेंटर 100 बेड का होगा, जिसका उद्देश्य जच्चा-बच्चा सुरक्षा है। प्री-मेच्योर बच्चों को मेडिकल केयर मिल सके। उन्हें नियो नेटल सिक केयर यूनिट में रखकर उनके स्वस्थ जीवन की नींव रखी जा सके, इसके लिए मां-बच्चों के लिए अलग सेंटर की स्थापना बहुत जरूरी है।
गौरतलब है कि पुरानी बिल्डिग में चलने वाली स्वास्थ्य विभाग की सभी ब्रांचें सेक्टर-9 के कम्युनिटी सेंटर में चल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने करीब आठ सालों से मदर एंड चाइल्ड हेल्थ सेंटर बनाने की योजना बनाई जा रही थी। जिस कारण इस बिल्डिग को 2014 में कंडम घोषित कर दिया था। इसके बाद पुराने सिविल सर्जन ऑफिस को शिफ्ट करने के बजाए सिर्फ सिविल सर्जन के केबिन के अलावा कुछ डॉक्टरों को ही जनरल अस्पताल में शिफ्ट किया था। पुरानी बिल्डिग को बंद करने के बजाय कुछ ब्रांच चल रही थी।
सिविल सर्जन ऑफिस की जिस बिल्डिग को खाली किया गया है, इसमें छह माह में करीब तीन बार चोरी हो चुकी है, जिसमें डॉक्टरों के लैपटॉप चोरी हो गए थे। पुरानी बिल्डिग को तोड़कर करीब छह मंजिला भवन बनाया जाएगा। इसके लिए पुरानी बिल्डिग की जगह सॉयल टेस्टिग भी की गई थी। जिसके बाद अब इस पुरानी बिल्डिग को पूरी तरह से ध्वस्त किया गया है। इसके बाद बेसमेंट भी बनाई जाएगी। मदर एंड चाइल्ड यूनिट के अलावा अस्पताल की कुछ यूनिट को भी शिफ्ट किया जा सकता है। हाल ही में बिल्डिग को लेकर विभाग ने ऑक्शन भी कराई थी।
कुछ सालों में घटी मृत्यु दर
वर्ष मातृ मृत्यु दर
2004-06 186
2007-09 153
2010-12 146
2011-13 127
2014-16 101 2030 तक मातृ मृत्यु दर कम करने का है लक्ष्य
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि 2030 तक राज्य में मातृ मृत्यु दर 70 तक पहुंच जाए। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा के अस्पतालों में बढ़ रही प्रसव की संख्या की वजह से मातृ मृत्यु दर में गिरावट देखने को मिल रही है और यही स्थिति शिशु मृत्यु दर की भी है। केंद्र व राज्य सरकार 60 करोड़ करेगी खर्च
केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर बजट खर्च करेंगी। सेंटर पर करीब 60 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। बच्चों की गर्भ में देखभाल, डिलीवरी और डिलीवरी के बाद देखभाल तथा बच्चे को जन्म देने वाली महिला के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। इसी उद्देश्य से बनाए जाने वाले इन सेंटर्स का काम जल्द शुरू हो जाएगा। हरियाणा में ऐसे तीन सेंटर बनाए जाएंगे। इन सेंटर्स के लिए डॉक्टर, नर्सेज, पैरामेडिकल स्टाफ इत्यादि की नियुक्तियां अलग से की जाएंगी। इसके अलावा अत्याधुनिक मशीनों की खरीदारी भी की जाएगी। न्यूबोर्न सिक यूनिट को भी अपग्रेड किया जाएगा, ताकि शिशु मृत्यु दर में गिरावट आ सके। सेंटर के साथ हरियाणा के पीडियाट्रिक, गायनोकोलॉजी एक्सपर्ट को भी सेंटर के साथ जोड़ा जाएगा।