निगम चुनाव में 50 फीसद से ज्यादा नए चेहरों को दी जाएगी टिकट : चावला
पार्टी प्रभारी हरीश रावत पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू की मौजूदगी में चंडीगढ़ कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सुभाष चावला रविवार को सेक्टर-35 भवन में पद संभालने जा रहे है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पार्टी प्रभारी हरीश रावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू की मौजूदगी में चंडीगढ़ कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सुभाष चावला रविवार को सेक्टर-35 भवन में पद संभालने जा रहे है। चार्ज संभालने के बाद चावला अध्यक्ष के तौर पर अपनी पारी शुरू कर देंगे लेकिन मौजूदा हालात में चावला की राह आसान नहीं है। गुटबाजी के बीच उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा हालांकि पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत पर चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है। चावला का दावा है कि चार्ज लेने के 15 दिन के भीतर कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। ऐसे में किस तरह से चावला सगठन को मजबूत करके जनाधार बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। किस तरह से वह पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे,चुनौतियों के पहाड़ का किस तरह से मुकाबला करेंगे इन सब पर दो बार नगर निगम के मेयर रहे और अध्यक्ष सुभाष चावला से दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर राजेश ढल्ल से विशेष बातचीत की गई जिसके अंश इस प्रकार है। सवाल- क्या प्राथमिकताएं हैं, पार्टी को मजबूत करने का आपका क्या रोडमैप है
जवाब- उनके लिए सबसे बड़ा टारगेट इस साल दिसंबर माह में होने वाला नगर निगम चुनाव है।चार्ज लेने के बाद कुछ कार्यक्रम जल्द ही शुरू करने होंगे जिसके तहत सत्ताधारी भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताया जाएगा। इस समय केंद्र से लेकर चंडीगढ़ तक भाजपा के खिलाफ माहौल बन रहा है। इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा। कोविड में सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी है। शहर में भाजपा शासित नगर निगम ने पानी के रेट तीन से चार गुना बढ़ा दिए हैं जिस कारण त्राहि त्राहि मची हुई है। गांवों नगर निगम में शामिल कर दिया गया है। नगर निगम में गांव आने के बाद यहां की स्थिति ज्यादा बदतर हुई है। गांवों में प्रापर्टी टैक्स लगा दिया। शहरवासियों को नए नए टैक्स लगाकर लूटा जा रहा है। इन सब मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाया जाएगा। सवाल- संगठन को मजबूत करने के लिए आपके पास क्या योजना है, क्या आप मानते हैं कि सगठन कमजोर है?
जवाब- पार्टी का सगठन कमजोर नही है सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की जरूरत है।भाजपा के खिलाफ जो माहौल बन रहा है उसे कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ रहा है। नए के साथ पुराने कार्यकर्ताओं को पार्टी के साथ जोड़ा जाएगा। जिस तरह से शांतिपूर्ण तरीके से किसान आंदोलन चल रहा है उसी तरह से शहर में भी भाजपा के खिलाफ धरने- प्रदर्शन किए जाएंगे। इस समय ऐसे नेता और कार्यकर्ता भी आ रहे हैं जो उनके साथ युवा कांग्रेस में काम कर चुके हैं सवाल- आपके अध्यक्ष बनने ही पार्टी में नाराजगी और इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया, इस पर क्या कहना है?
जवाब- प्रदीप छाबड़ा ने अध्यक्ष के तौर पर अच्छा काम किया। वह इसी काम को आगे बढ़ा रहे हैं। छाबड़ा मेरे लिए अच्छा ग्राउंड छोड़कर गए हैं। छाबड़ा और उनके समर्थकों को इस बात की नाराजगी है कि उन्हें बताएं बिना पद से हटा दिया गया। जबकि हकीकत में यह पार्टी हाईकमान की प्रक्रिया है। जब बीबी बहल को हटाकर प्रदीप छाबड़ा को अध्यक्ष बनाया गया था तब भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी। पूर्व अध्यक्ष को बताने का कोई सिस्टम नहीं है। सवाल-इस समय यह बात जोरों पर है कि आप छाबड़ा के समर्थकों को पद या पार्षद की टिकट नहीं देंगे
जवाब- ऐसा नहीं है, सभी को मान सम्मान दिया जाएगा। पार्टी जीतने वालों को टिकट देकर मैदान में उतारेगी।जो भी जीतने की स्थिति में होगा उसमे मेरा और तेरा नहीं देखा जाएगा बाकी टिकट हाईकमान तय करती है। उन्होंने अध्यक्ष बनने के बाद छाबड़ा के घर जाकर भी उनसे मुलाकात की है। रविवार को होने वाले कार्यक्रम में भी आने के लिए न्यौता दिया है। सवाल- किस तरह के लोगों को टिकट दी जाएगी
जवाब- अगर उनकी चली तो आधे से ज्यादा नए और युवाओं को टिकट दी जाएगी।इस समय युवाओं का जमाना है। सिटिग पार्षदों के लिए कोई पाबंदी नहीं है। वह पार्टी के बुरे वक्त में भी जीत कर आएं हैं। वह अच्छा काम कर रहे हैं। कोई भी उम्मीदवार थोपा नहीं जाएगा। पार्टी की कार्यकारिणी में भी नए और पुराने दोनो को जगह दी जाएगी। सवाल- आम आदमी पार्टी को आप कितनी गंभीरता से ले रहे हैं
जवाब- देखिए आप में कुछ लोग कांग्रेस में से ही गए हैं। उनका प्रयास रहेगा कि वह कांग्रेस में वापस आए। आप से कांग्रेस कोई खतरा नहीं है। वह जितना भी वोट लेंगे वह भाजपा का ही होगा। आप दिल्ली की तर्ज पर चंडीगढ़ में सपना देख रही है। आप शहर में कोई बड़ा सगठन और प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन भी आप से किनारा कर चुके हैं। सवाल- क्या हरमोहन धवन को कांग्रेस में शामिल करवाया जाएगा
जवाब- हरमोहन धवन एक अच्छे और मेहनती नेता है। उन्हें पार्टी में शामिल करवाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।लेकिन अगर धवन कांग्रेस में आना चाहते हैं तो वह भी चाहेंगे कि भाजपा के खिलाफ वह पार्टी में शामिल हो। सवाल- क्या आप या आपके परिवार से कोई चुनाव लड़ेगा
जवाब- बिल्कुल नहीं, वह अध्यक्ष बन गए हैं अब वह पार्षद का चुनाव नहीं लड़ेगे उनके परिवार से भी कोई सदस्य टिकट नहीं लेगा। वह अब यही चाहेंगे कि सभी 35 वार्ड में पार्टी के पार्षद चुनकर आएं और उन्हें ही जीत दिलाने के लिए वह काम करेंगे। पार्टी ने उन्हें काफी कुछ दिया है। पांच बार पार्षद की टिकट दी दो बार मेयर बनाया। अब इससे ज्यादा उन्हें कुछ नहीं चाहिए। सवाल- पवन बंसल का पार्टी में क्या रोल होगा
जवाब- पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल इस समय पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष है। चंडीगढ़ कांग्रेस में उनका मार्ग दर्शन पहले ही तरह आगे भी मिलता रहेगा। बंसल प्रेरणा स्त्रोत है। सवाल- पार्टी की गुटबाजी पर आपका क्या कहना है
जवाब- एक जिदा संगठन की निशानी है गुटबाजी, लेकिन गुटबाजी इतनी नहीं होनी चाहिए कि पार्टी को नुकसान हो।नेताओं और कार्यकर्ताओं में काम करने की प्रतियोगिता हो तो यह अच्छा है।एमसी चुनाव को आठ माह का समय बचा है सभी को एकजुट होकर काम करेंगे।