मोहाली के बाद खरड़ फ्लाईओवर, डेराबस्सी, जीरकपुर में भी लगेंगे सीसीटीवी कैमरे, हादसों में आएगी कमी
इस माह के अंत तक डेराबस्सी सबडिवीजन में आती सड़कों व जीरकपुर में ढाई सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को इस्टांल कर दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने में कमी आएगी।
मोहाली, जेएनएन। मोहाली शहर के बाद अब खरड़ फ्लाईओवर के साथ-साथ डेराबस्सी और जीरकपुर में क्लोज सर्किट कैमरे (सीसीटीवी) लगाने की तैयारी की जा रही है। इस माह के अंत तक डेराबस्सी सबडिवीजन में आती सड़कों व जीरकपुर में ढाई सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को इस्टांल कर दिया जाएगा। ध्यान रहे कि जीरकपुर फ्लाईओवर पर लगे कैमरे पिछले तीन साल से बंद पड़े हैं। इन्हें ठीक नहीं करवाया जा रहा था। बीते दिनों ही मोहाली की मुख्य सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे इस्टांल कर दिए गए हैं, जिसके लिए फेज-8 में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
पूरे जिले में ई-सर्विलांस प्रोजेक्ट के तहत ये कैमरे लगाए जा रहे हैं। डेराबस्सी और जीरकपुर के बाद खरड़ सबडिवीजन में भी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि नयागांव, लालडू, मुल्लांपुर, न्यू चंडीगढ़ की सडक़ों पर भी कैमरों को इस्टांल किया जाएगा। ये कैमरे वहां लगाए जाएंगे जहां पर ब्लैक स्पोट है। ताकि सडक़ हादसों को भी कैमरों में कैद किया जा सके और आरोपित पुलिस से बच न सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कैमरों के जरिए ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
हाई रेजोल्यूशन व नाइज विजन वाले इन कैमरों में ओवर स्पीड वाहनों की नंबर प्लेट, ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइज कैमरे एपीआर कैप्चर हो जाएंगे। इससे वाहन मालिक को भी नियम तोड़ने की जानकारी दी जाएगी। अगर नियम तोड़ने वाला चालान का भुगतान नहीं करेगा तो वाहन ट्रांसफर नहीं होगा।
अधिकारियों का कहना है कि इससे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने में कमी आएगी। वहीं, सडक़ हादसों में भी कमी आएगी। ध्यान रहे कि डेराबस्सी, जीरकपुर, खरड़ में हाईवे पड़ते है जिन पर सडक़ हादसे ज्यादा होते है। कैमरों से चालान होने से कुछ हद तक स्पीड पर भी काबू पाया जाएगा।