शराब के ठेकों पर मोहाली पुलिस मेहरबान, उल्लंघन करने वालों पर नहीं कर रही कार्रवाई
कोरोना के बढ़ते केसों को देखकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रात 10 से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया है। इस नाइट कर्फ्यू में जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सर्विसेज 10 बजे बंद करवाने के सख्त निर्देश हैं।
मोहाली, संदीप कुमार। कोरोना के बढ़ते केसों को देखकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रात 10 से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया है। इस नाइट कर्फ्यू में जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सर्विसेज 10 बजे बंद करवाने के सख्त निर्देश हैं। शहर में नाइट कर्फ्यू को लागू करवाने का जिम्मा प्रशासन ने पुलिस को सौंपा है। हालांकि पुलिस द्वारा नियमों की उल्लंघना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह नाइट कर्फ्यू केवल दुकानदार, रेहड़ी-फड़ी, होटल व रेस्टोरेंट से संबंधित लोगों पर ही लागू हैं। शराब के ठेकों पर तो मोहाली पुलिस मेहरबान हो रखी है। यही कारण है कि देर रात खुले इन ठेकों का अभी तक कोई चालान या मामला दर्ज नहीं किया गया है। देर रात तक बेची जा रही शराब जब से मोहाली में नाइट कर्फ्यू जारी हुआ है तब से केवल दुकानों को बंद करवाने के लिए पुलिस पहुंच जाती है। जबकि इन्हीं मार्केट में चल रहे शराब के ठेकों को बंद नहीं करवाया जाता। ठेकों में देर रात तक शराब बेची जा रही है। सब डिविजन सिटी-1 की मार्केट में शराब के ठेके देर रात तक खुल रहते हैं। सिटी-1 के डीएसपी गुरशेर ¨सह संधू हैं जिनके अधीन फेज-1 मार्केट, शाहीमाजरा, इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-5, 3बी2, फेज-7 के अलावा मटौर व सेक्टर-70 का एरिया भी है। दुकानदारों का आरोप है कि पीसीआर पार्टी व थाने के मुलाजिम उनकी दुकानों तो रात साढ़े नौै बजे ही बंद करवाने पहुंच जाते हैं जबकि शराब के ठेकों पर देर रात तक शराब मिल रही है। जिन पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि यह कैसा नाइट कर्फ्यू है जोकि शराब के ठेकों पर लागू नहीं होता। शटर के नीचे बेची जा रही शराब दरअसल शराब के ठेकेदार पुलिस के आने पर खानापूर्ति के तौर पर आधा शटर बंद कर देते हैं। लेकिन ठेके के अंदर की लाइट बंद नहीं होती। पुलिस के जाने के बाद फिर से शटर उठा दिया जाता है। जबकि रात 11 बजे के बाद शटर के नीचे से बोतल पकड़ा दी जाती है। हमने पहले भी 18 चालान करवाए हैं। आज ही ठेके समय पर बंद करवा दिए जाएंगे। मामला मेरे ध्यान में आ गया है। -गुरशेर ¨सह संधू, डीएसपी सिटी-1