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बर्फीली वादियों में विषम परिस्थितियों के बीच चल रहा भंडारा

इस वर्ष बर्फबारी पहले की अपेक्षा काफी अधिक होने से परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने के बावजूद अमरनाथ सेवा दल कुराली की ओर से सबसे पहले बाबा की पवित्र गुफा पर श्रद्धालुओं के सेवार्थ 19 वें भंडारे की व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 06:20 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 06:20 PM (IST)
बर्फीली वादियों में विषम परिस्थितियों के बीच चल रहा भंडारा
बर्फीली वादियों में विषम परिस्थितियों के बीच चल रहा भंडारा

चेतन भगत, कुराली : जम्मू-कश्मीर स्थित बाबा श्री अमरनाथ यात्रा आगामी एक जुलाई से आरंभ हो रही है। इस वर्ष बर्फबारी पहले की अपेक्षा काफी अधिक होने से परिस्थितियां अनुकूल नहीं होने के बावजूद अमरनाथ सेवा दल कुराली की ओर से सबसे पहले बाबा की पवित्र गुफा पर श्रद्धालुओं के सेवार्थ 19 वें भंडारे की व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है। हालातों से जूझते हुए पिछले पांच दिनों से लंगर को सफलतापूर्ण चलाया जा रहा है। 

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13 फीट बर्फ की परत काटकर की लंगर की व्यवस्था

कुराली लंगर सेवा दल के इंचार्ज संजीव कुमार बिट्टू ने बाबा अमरनाथ की गुफा से लंगर के बारे में जानकारी देते हुए वहां की विषम परिस्थितियों के बारे में बताया। बिट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष भोले बाबा की गुफा पर पिछले कई वर्षों की बर्फबारी का रिकॉर्ड टूटा है। सेवा दल के मेंबर्स यात्रा मार्ग पर जमी बर्फ की लगभग 13 फीट मोटी परत को काट लंगर टेंट लगाया गया है। हालात यह है कि लंगर के शेड की छत 13 फीट ऊपर यात्रा मार्ग को टच कर रही है। बावजूद इसके सेवा दल के मेंबर्स भोले बाबा के जयघोष के साथ जोश के साथ विपरीत परिस्थितियों से निपटते हुए भक्तों के सेवार्थ लंगर को जारी रखे हुए है पर भक्तजनों को यात्रा मार्ग से नीचे उतार भोजन करवाना सेवा दल के लिए चुनौती बना हुआ है। लोकल कश्मीरी दुकानदार बढ़ा रहे मुश्किलें

संजीव कुमार बिट्टू ने बताया कि कुराली सेवा दल के मेंबर्स द्वारा जैसे तैसे बर्फ की मोटी लेयर को काट यात्रा मार्ग से 13 फीट नीचे लंगर की व्यवस्था की गई है। वहीं लंगर स्थल के दूसरी ओर लोकल कश्मीरी लोगों की ओर से प्रसाद व अन्य सामग्री की दुकानें लगाने के लिए हटाई गई बर्फ को यात्रा मार्ग पर ही फेंका जा रहा है, इससे यात्रा मार्ग पर बर्फ की लेयर घटने की बजाए बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में सेवा दल के लोगों के साथ ही मार्ग से गुजरने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी मुसीबत खड़ी हो गई है। सेवा दल की ओर से कश्मीरी लोगों से ऐसा नहीं करने की अपील कई बार की गई पर वे नहीं माने। प्रशासन व श्राइन बोर्ड की ओर से भी कश्मीरी दुकानदारों को ऐसा करने से रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अमरनाथ यात्रा मार्ग में बदइंतजामी से कुराली सेवा दल खफा

कुराली सेवा दल के मेंबर कंवल मक्कड़ ने बताया कि श्राइन बोर्ड एवं प्रशासन की ओर से किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके अलावा लंगर आयोजन स्थल पर लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं महिलाओं एवं पुरुषों के लिए टॉयलेट्स की व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में भक्तजनों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि आधिकारिक तौर पर यात्रा शुरू होने में तीन दिनों का समय शेष रह गया है। खच्चर व पिट्ठू के रेट हुए दोगुने

सेवा दल के मेंबर्स के बताया कि श्री अमरनाथ गुफा के यात्रा मार्ग में इस बार काफी ज्यादा बर्फ होने की वजह से यात्रियों के लिए मार्ग दुर्गम प्रतीत हो रहा है। इसके चलते खच्चर और पिट्ठू के रेट में बेतहाशा वृद्धि कर दी है गई। पिछली बार जिन पिट्ठू या खच्चर का रेट पंद्रह से दो हजार रुपये था उनकी ओर से ज्यादा बर्फ का हवाला देते हुए इस बार तीन हजार से 35 सौ तक वसूले जा रहे है। यात्रा एक जुलाई से आरंभ, अवरोध के बावजूद हौसले बुलंद 

कंवल मक्कड़ एवं लंगर इंचार्ज संजीव कुमार पिट्ठू ने बताया कि यात्रा आगामी एक जुलाई से आरंभ होनी है। पुख्ता इंत•ामों के अभाव के बाद भी सेवा दल के मेंबर्स के हौसले बुलंद हैं। भोले नाथ के जयकारों के बीच अगले 45 दिनों के लिए भक्तों के सेवार्थ अडिग हौसले के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने प्रशासन व श्री बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड से सेवा दल के सदस्यों सहित भोले बाबा के दर्शनार्थ पहुंचने वाले भक्तजनों के लिए यात्रा के दौरान पुख्ता इंतजाम कर उन्हें सहूलियत प्रदान करवाने की अपील की।


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