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मोहाली के पूर्व मेयर कुलवंत ने स्वास्थ्य मंत्री से मांगा इस्तीफा, कहा- निजी अस्पतालों के लिए काम कर रहे बलबीर सिद्धू

मोहाली नगर निगम के पूर्व मेयर व आजाद ग्रुप के मुखिया कुलवंत सिंह ने पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से इस्तीफे की मांग की है। कुलवंत सिंह का आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में असफल हो रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 04:24 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 04:24 PM (IST)
मोहाली के पूर्व मेयर कुलवंत ने स्वास्थ्य मंत्री से मांगा इस्तीफा, कहा- निजी अस्पतालों के लिए काम कर रहे बलबीर सिद्धू
मोहाली के पूर्व मेयर कुलवंत सिंह और पंजाब स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू।

मोहाली, जेएनएन। मोहाली नगर निगम के पूर्व मेयर व आजाद ग्रुप के मुखिया कुलवंत सिंह ने पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से इस्तीफे की मांग की है। कुलवंत सिंह का आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में असफल हो रहे हैं और उनका फोक्स मोहाली शहर है।

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पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के भाई अमरजीत सिंह जीती सिद्धू मोहाली के मेयर हैं। मोहाली नगर निगम चुनाव के दौरान मेयर की कुर्सी की लड़ाई कुलवंत सिंह व सेहत मंत्री के बीच थी, जिसमें सेहत मंत्री ने बाजी मारी थी। कुलवंत सिंह ने सेहत मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की जो डोज 400 रुपये के हिसाब से राज्य के लोगों को फ्री में लगाने के लिए मिली। उसे बीस निजी अस्पतालों को 1060 रुपये के हिसाब से बेच दिया गया।

कुलवंत ने कहा कि करीब 42000 डोज निजी अस्पतालों को बेची गई, ताकि निजी अस्पताल मुनाफा कमा सके। ऐसा कर सेहत मंत्री ने पंजाब के लोगों के साथ धोखा किया है। सिद्धू को नैतिकता के आधार पर ही इस्तीफा दे देना चाहिए। कोरोना की दूसरी लहर की चेतावनी के बाद भी सेहत मंत्री पंजाब के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम नहीं कर सके। जिस कारण ऑक्सीजन की भारी किल्लत रही। सिद्धू ने कभी वेटिंलेटर निजी अस्पतालों को दे देते हैं तो कभी वैक्सीन। ऐसा लग रहा है कि सेहत मंत्री निजी अस्पतालों के लिए काम कर रहे हैं।

उधर, सेहत मंत्री ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया। सरकार की ओर से पहले ही फैसला ले लिया गया है कि निजी अस्तपालों को डोज नहीं देंगे। सेहत मंत्री और पूर्व मेयर में आमने-सामने की लड़ाई निगम चुनाव से चल रही है। पूर्व मेयर ने अपना अलग धड़ा बनाकर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। जिसमें कईयों ने जीत हासिल की थी।


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