लघु नाटकों में नन्हे कलाकारों का अभिनय
महीने की वर्कशॉप जिसमें स्कूली स्टूडेंट्स ने अभिनय के गुर सीखे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एक महीने की वर्कशॉप, जिसमें स्कूली स्टूडेंट्स ने अभिनय के गुर सीखे। आज दिन था इस गुर को मंच पर पेश करने का। चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी द्वारा शहर के विभिन्न स्कूलों में आयोजित थिएटर वर्कशॉप के तहत मंगलवार को इन्हीं स्कूली बच्चों की प्रस्तुति का आयोजन हुआ। इस दौरान बच्चों ने विभिन्न लघु नाटक प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की शुरुआत गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल-38 वेस्ट के बच्चों ने नाटक कोर्ट में हाजिर हो नाटक पेश किया। जिसमें आम इंसान के जीवन में कोर्ट की अहमियत, और उसके साथ कटने वाली उसकी पूरी जिदगी को दिखाया गया। करीबन 30 बच्चों ने इस नाटक में अभिनय कर हर किरदार को जीवंत किया। बच्चों को निर्देशक अमन भोगाल ने ट्रेन किया। बच्चों ने दिखाई बच्चों की कहानी
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, धनास के बच्चों ने आशा सकलानी के निर्देशन में नाटक गड़बड़झाला की प्रस्तुति दी। जिसमें बच्चों ने एक शैतान के हाथों बच्चों की जीत को दिखाया। साथ ही ये संदेश दिया कि कैसे हर उम्र में बच्चे कुछ भी बड़ा करने की हिम्मत रखते हैं। बच्चों ने इस नाटक को खुद लिखा और मंचित करने में भी निर्देशक की मदद की। इसमें 50 बच्चों ने अभिनय किया। आखिर में गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल-41 के स्टूडेंट्स ने नाटक प्रस्तुत किया। उन्हें रंगकर्मी विजय मचल ने ट्रेन किया। स्टूडेंट्स ने विभिन्न स्थितियां दिखाते हुए बच्चों के जीवन में पढ़ाई के प्रेशर को बनाना और धीरे-धीरे उन्हें ग्राउंड से दूर करने की कहानी को दिखाया गया। नाटक में कुल 30 बच्चों ने अभिनय किया। नाटक के अंत में अकादमी के अध्यक्ष कमल अरोड़ा ने कहा कहा कि हमने 6 सरकारी स्कूलों में ट्रेनिग दी। जिसमें बच्चों को अभिनय के गुर सिखाए। साथ ही उन्होंने मौका दिया कि वह अपनी प्रतिभा एक बड़े मंच पर प्रदर्शित कर सकें। बुधवार को भी टैगोर थिएटर-18 में इसी तरह के बाकी के तीन स्कूल के बच्चे प्रस्तुति देंगे।
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