खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत मिनर्वा को मिला फुटबॉल का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
प्रोग्राम के तहत ट्राईसिटी को एक और स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मिला है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत ट्राईसिटी को एक और स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मिला है। युवा मामलों व खेल मंत्रालय ने मोहाली स्थित मिनर्वा फुटबॉल अकादमी को खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया है। गौरतलब है कि इससे पहले ट्राईसिटी में दो अन्य खेलों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चल रहे हैं। इनमें पहला सेंटर हॉकी का है, जो स्पोर्ट्स काप्लेक्स-42 के हॉकी स्टेडियम में चल रहा है, जबकि दूसरा सेंटर पीयू के स्विमिग पूल में चल रहा है। मिनर्वा अकादमी के डायरेक्टर रंजीत बजाज ने बताया कि मिनर्वा अकादमी उत्तर भारत की पहली ऐसी निजी अकादमी है, जिसे खेल मंत्रालय ने स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया है। यह हमारे लिए और मिनर्वा अकादमी के लिए सम्मान की बात है। अगले पांच साल तक रहेगा यह सेंटर
रंजीत बजाज ने बताया कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और मिनर्वा अकादमी के बीच चार साल के लिए स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को चलाने का करार हुआ है। जब साल 2017 में खेलो इंडिया प्रोग्राम लांच हुआ था, तब मंत्रालय की तरफ से कई खेल संस्थानों को खेलो इंडिया प्रोग्राम से जोड़ा गया था। खेलो में हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन, हमारे स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रकचर और बेहतर कोचिग सुविधाओं को देखते हुए हमें यह मौका मिला है। खिलाड़ियों को मिलेगा फायदा
रंजीत बजाज ने बताया कि हमारी अकादमी से 80 नेशनल खिलाड़ी निकल चुके हैं, यह खिलाड़ी अलग-अलग आयुवर्ग वर्ग में देश के लिए खेलते हैं। फीफा वर्ल्ड अंडर -17 में कोलंबिया के खिलाफ एकेडमी के ट्रेनी खिलाड़ी जैक्सन सिंह ने देश के लिए पहला गोल किया था। नेपाल में आयोजित सेफ अंडर -15 चैंपियनशिप में एकेडमी के ट्रेनी हिमांशु जागड़ा ने सबसे ज्यादा गोल इस टूर्नामेंट में किए थे। यह सब हमारे बेहतर स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर और एएफसी से मान्यता प्राप्त कोचों की वजह से ही मुनासिब हो सका है। हम इसे खेल और देश के लिए सेवा का माध्यम मान रहे हैं।