पारा गिरा, चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर फिर 150 पार, दिल्ली एनसीआर की हालत बेहद खराब
चंडीगढ़ में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। इसक मुख्य कारण तापमान में गिरावट का आना है। शहर में पॉल्यूशन लेवल 150 के आसपास पहुंच गया है। जबकि बीते सप्ताह इसका स्तर 55 के आसपास था।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। तापमान में जैसे जैसे गिरावट हो रही है। ठंड से ठिठुरन बढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर भी फिर से बढ़ने लगा है। हवा में पर्टिक्यूलेट मैटर फिर से ठहरने लगे हैं। पीएम-2.5 और 10 की मात्रा सबसे अधिक बढ़ रही है। जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स फिर पहले की तरह तेजी से बढ़ने लगा है।
बुधवार को एक्यूआइ बढ़कर 142 दर्ज किया गया। यह फिर 150 तक पहुंचने लगा है। जबकि बीते सप्ताह बारिश होने के कारण यह कम होकर यह 55 तक आ गया था। हवा क्रिस्टल की तरह क्लीयर हो गई थी। जिससे खुली हवा में सांस लेना सुकून देने लगा था। लेकिन अब फिर हालत बिगड़ने लगे हैं। वाहनों से निकल रहे धुएं से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं आसपास के शहरों के हालात भी खराब हैं। पंचकूला में एक्यूआइ बुधवार 193 तक पहुंच गया।
पंजाब हरियाणा के हालात फिर बदतर
चंडीगढ़ से कुछ मिनटों की दूरी पर स्थित अंबाला में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। अंबाला में एक्यूआइ 359 दर्ज किया गया। कुरुक्षेत्र में एक्यूआइ 324, करनाल में 303 दर्ज किया गया। अधिकतर शहरों में यह 300 के पार है। जबकि पंजाब के शहरों की बात करें तो जालंधर का 171, लुधियाना का 246, पटियाला का 237 दर्ज किया गया। देश की राजधानी दिल्ली के हालात तो बेहद ज्यादा खराब हो चुके हैं।
दिल्ली में स्थिति गंभीर
बुधवार सुबह नई दिल्ली का एक्यूआइ 401 दर्ज किया गया। जो गंभीर स्थिति को इशारा करता है। इसमें खुली हवा में सांस लेना खतरनाक माना जाता है। इसी तरह से फरीदाबाद का 345, नोएडा का 391, गुरुग्राम का 290 दर्ज किया गया। वहीं गाजियाबाद का 433 दर्ज किया गया। ऐसे में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अब फिर बरसात पर सब टकटकी लगा रहे हैं। बरसात के बाद ही हालत सुधरेंगे। बूंदों में प्रदूषण के कण जमीन पर बैठेंगे, जिससे राहत मिलेगी।