Smart Watches के खिलाफ 15 अगस्त को सिर मुंडवाकर प्रदर्शन करेंगे सफाई कर्मचारी
फरवरी माह में कोरोना से पहले नगर निगम ने अपने फील्ड स्टाफ में तैनात चार हजार कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए हाथ में बांधने वाली घड़ियां खरीदी थी।
चंडीगढ़, जेएनएन। कर्मचारियों को दी जाने वाली स्मार्ट घड़ियों के खिलाफ सफाई कर्मचारी यूनियन ने 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नगर निगम कार्यालय के बाहर रोष जाहिर करने का फैसला लिया है। इस संबंध में कर्मचारी यूनियन की एक बैठक अध्यक्ष कृष्ण चढ्ढा के नेतृत्व में हुई। चढ्ढा ने कहा कि एमसी द्वारा कलाई में घड़ियां बांधकर उन्हें बंधुआ मजदूर बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर व सिर मुंडवाकर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम इन घड़ियों का प्रति माह 18 लाख रुपये का किराया पड़ रहा है, जबकि नगर निगम के पास इस समय अस्थायी सफाई कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए फंड नहीं है। मालूम हो कि नगर निगम कमिश्नर केके यादव ने इस काेरोना काल में हर कर्मचारी के लिए स्मॉट घड़ियां पहनना अनिवार्य कर दिया है। नगर निगम का कहना है कि अगर कोई घड़ी नहीं पहनेगा उस कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।
सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कृष्ण चढ्ढा का कहना है कि इस कोरोना में वह पूरे शहर की सफाई कर रहे हैं। लोगों के घरों में जाकर स्प्रे कर रहे हैं। इसके बावजूद 1700 अस्थायी कर्मचारियों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। मालूम हो कि फरवरी माह में कोरोना से पहले नगर निगम ने अपने फील्ड स्टाफ में तैनात चार हजार कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए हाथ में बांधने वाली घड़ियां (स्मार्ट वॉच) खरीदी थी। प्रति घड़ी का हर माह का रेंट 321 रुपए आएगा। कमिश्नर का कहना है कि इससे कर्मचारियों की कारगुजारी बढ़ जाएगी, जिससे शहर को फायदा मिलेगा। इन घड़ियों के आने से जो कर्मचारी ड्यूटी में होने के बावजूद फरलो मार लेते हैं, उन पर लगाम लगेगी। नगर निगम कमिश्नर केके यादव खुद भी यह घड़ी बांध रहे हैं।
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