Move to Jagran APP

चंडीगढ़ में ड्राइवर भर्ती में गड़बड़ी के आरोप पर बोले मेयर रविकांत- मेरे खिलाफ सुबूत मिले तो कार्रवाई के लिए तैयार

चंडीगढ़ नगर निगम मेयर रविकांत शर्मा पर 152 ड्राइवर भर्ती में बिना टेस्ट रखे जा रहे चालकों और आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगने से राजनीति गरमा गई है। मेयर ने कहा कि यदि मेरे खिलाफ कोई सुबूत मिले तो में हर कार्रवाई के लिए तैयार हूं।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 10:38 AM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 10:38 AM (IST)
चंडीगढ़ में ड्राइवर भर्ती में गड़बड़ी के आरोप पर बोले मेयर रविकांत- मेरे खिलाफ सुबूत मिले तो कार्रवाई के लिए तैयार
चंडीगढ़ नगर निगम मेयर रविकांत शर्मा की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ नगर निगम मेयर रविकांत शर्मा पर 152 ड्राइवर भर्ती में बिना टेस्ट रखे जा रहे चालकों और आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगने से राजनीति गरमा गई है। चंडीगढ़ कांग्रेस ने इस मामले में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को पत्र लिखा है। कांग्रेस यह मामला इस माह होने वाली सदन की बैठक में उठाने का भी निर्णय लिया है। मेयर की ओर से पार्टी अध्यक्ष और हाईकमान को भी स्थिति से भी अवगत करवा दिया गया है।

loksabha election banner

वहीं, भाजपा पार्षद अपने मेयर रविकांत शर्मा के बचाव में आ गई है। मेयर रविकांत शर्मा ने खुद यह कहा कि अगर कोई आरोप साबित कर देता है तो वह हर तरह से कार्रवाई के लिए तैयार हैं।मेयर रविकांत शर्मा का कहना है कि उनकी ओर से कोई भी सूची भर्ती के लिए सिफारिश के तौर पर नहीं भेजी गई है।जो आरोप लगा रहे हैं उनके पास वह सूची हाेगी वह एक बार मुझे भी वह सिफारिश पत्र दिखा दें।बिना सुबूत के आरोप लगाना ठीक नहीं है।भर्ती प्रक्रिया पूरे नियम से होगी। वह कांग्रेस को राजनीति करने से इंकार नहीं कर रहे हैं लेकिन ऐसे आरोप लगाने चाहिए जिनके सुबूत होने चाहिए। उनके पास किसी को भर्ती करवाने का कोई अधिकार भी नहीं है। आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती ठेकेदार द्वारा ही की जाती है न कि नगर निगम द्वारा।

हर पार्षद तीन तीन लोगों के नाम भेजें

पिछले माह सदन ने यह तय किया था कि घर घर से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के लिए भर्ती किए जा रहे चालकों के लिए हर पार्षद तीन लोगों के नाम भेजेंगे। उसमें कांग्रेस के पार्षदों ने भी तीन तीन नामों की सिफारिश की है और इनमें से अधिकतर कर्मचारियों की बिना टेस्ट लिए भर्ती किया गया है। जबकि यह मामला भी गलत है लेकिन सदन ने इस पर मुहर लगा दी थी। इस समय पूरे शहर में ड्राइवरों की भर्ती का मामला गरमाया हुआ है। आउटसोर्स पर यह भर्ती है लेकिन इसके बावजूद आला अधिकारियों और नेताओं से इसकी सिफारिश लगाई जा रही है। मालूम हो कि डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन के लिए जो नगर निगम ने 399 गाड़ियां खरीदी हैं उनके लिए चालकों की भर्ती चल रही है। इन कर्मचारियों को आउटसोर्स भर्ती किया जा रहा है। उधर कमिश्नर केके यादव का कहना है कि उन्हें भर्ती के लिए मेयर की ओर से कोई कर्मचारियों की सूची नहीं आई है।

अभी 172 कर्मचारी स्थायी तौर होगी भर्ती

अस्थायी कर्मचारियों की भर्ती पर गड़बड़ी का आरोप लगाना शुरू हो गया है, जबकि नगर निगम ने इस समय 172 कर्मचारियों की स्थायी भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में अगले दिनों में इस भर्ती के लिए भी सिफारिश शुरू होगी जबकि इस भर्ती के लिए पहले परीक्षा होगी। पंजाब विश्वविद्यालय अलग अलग पदों के लिए लिखित परीक्षा होगी। कई लोग अभी से पार्षदों को स्थायी भर्ती के लिए फोन करने लग गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.