Corona जांच के दायरे में आ सकते हैं कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रशासनिक अधिकारी
गांव जवाहरपुर की जनसंख्या 3000 के आसपास है इनमें से 118 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। चार लोगों के सैंपल पीजीआइ भेजे चार सैंपल डेराबस्सी के शक्तिनगर से भी लिए गए हैं।
डेराबस्सी/मोहाली। जवाहरपुर गांव में 11 व्यक्तियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन ने गांव के पांच किलोमीटर के एरिया को बफर जोन घोषित कर दिया है। इसके चलते गांव देवीनगर, हरिपुर और मुकंदपुर को भी पूरी तरह से सील कर दिया है। मंगलवार को प्रशासनिक और सेहत विभाग के अधिकारियों ने गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लेते हुए 2460 व्यक्तियों की खांसी, बुखार, जुकाम या कोई असामान्य लक्षणों के बारे में जांच की। इसके अलावा 118 लोगों के सैंपल भी लिए गए।
बता दें कि गांव जवाहरपुर की जनसंख्या 3000 के आसपास है, इनमें से 118 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। चार लोगों के सैंपल पीजीआइ भेजे चार सैंपल डेराबस्सी के शक्तिनगर से भी लिए गए हैं, इन्हें पीजीआइ भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद अगली रणनीति तैयार की जाएगी। प्रशासन की चिंता इसलिए भी अधिक है कि गांव का सरपंच ही संक्रमित पाया गया है और वह पिछले काफी दिनों से सेनिटाइजेशन के अलावा लंगर वितरण और जरूरी कामों की अपनी टीम के साथ काफी सक्रिय था। वह कई उच्च अधिकारियों तथा राजनेताओं के क्लॉज कांटेक्ट में भी रहा है। इस प्रकार देखा जाए तो सरपंच के कांटेक्ट में आने वाले व्यक्तियों की फेहरिस्त काफी लंबी हो सकती है। इनमें से हलके के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ वर्कर, बीडीपीओ दफ्तर के अधिकारी, पंचायत सदस्य, सेहत विभाग के कर्मचारी तथा सेनिटाइजेशन के काम में लगे कर्मचारी भी सेहत विभाग की निगरानी में हैं।
स्कूल को बनाया अस्थायी जांच सेंटर
प्रशासन ने गांव के सरकारी हाई स्कूल को कोरोना संदिग्धों की जांच का अस्थायी सेंटर बना दिया है। इसके अलावा संदिग्धों को क्वारंटाइन करने के लिए संत निरंकारी मंडल भवन को अस्थायी सेंटर बनाया है। यहां पर 40 बेड का एक क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है और जो लोग संक्रमितों के डायरेक्ट संपर्क में आए थे, उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। सिविल सर्जन मंजीत सिंह ने बताया कि बीमारी आगे न बढ़े, इसके लिए लोगों को फिजिकल डिस्टें¨सग के अलावा पर्सनल हाईजीन का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा।