निर्माणाधीन इमारत में मिली कई खामियां
वीरवार सुबह बाजार में गिरी इमारत के निर्माण में काफी अनियमितताएं सामने आई हैं।
जागरण संवाददाता, मोहाली : रामलीला मैदान के पास वीरवार सुबह बाजार में गिरी इमारत के निर्माण में काफी अनियमितताएं सामने आई हैं। हालांकि नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी जगजीत सिंह जज एवं एम ई गुरइकबाल सिंह के अनुसार इमारत का नक्शा पास था और तय नियमों के तहत ही इमारत बन रही थी, परंतु मौके पर उपस्थित एमएलए एनके शर्मा और उनके साथ मौजूद पूर्व पार्षदों ने नगर परिषद के अधिकारियों पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि नगर परिषद से महज कुछ फुट की दूरी पर बन रही इमारत में कानून को छिक्के पर टांग कर 10 दुकानें बनाई जा रही थी। जबकि नक्शा सिर्फ एक दुकान का पास था। दुकानों के ऊपर जो लेंटर डाला गया था, उनमें दो दुकानें दो मंजिला थीं। ग्राउंड पर 90 फुट लेंटर के लिए कोई पिल्लर या सपोर्ट नहीं दिया गया था और अधिकारी यह सब देखते हुए भी अनदेखा कर रहे थे। एनके शर्मा ने कहा कि इतने बड़े हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर केस दर्ज होना चाहिए। मरने वाले मजदूरों के परिवारों के लिए सरकार से 20 लाख रुपये प्रति परिवार मुआवजे की मांग की है। गिरने वाली इमारत के साथ वाले मकानों में भी धमाके के कारण दरारे आ चुकी हैं, जोकि वहां पर रहने वालों के लिए खतरा है। डेराबस्सी के बिल्डिंग इंस्पेक्टर सरबजीत सिंह इस मामले को ढकने का प्रयास करते नजर आए। उनके मुताबिक एक हॉल का नक्शा पास करवाया गया था, यानी कि एक बड़े शोरूम का नक्शा पास था और कानून के तहत ही यह दुकान बन रही थी। जबकि पड़ोसियों के मुताबिक बड़े हॉल में पार्टिशन कर 10 दुकानें एक तरफ और 10 दुकानें दूसरी तरफ बनाई जा रही थीं। 10 दुकानें जो गिरी हैं, वह हरदेव सिंह के भाई के हिस्से की दुकानें हैं। हरदेव सिंह इमारत की देखरेख करने के लिए छत पर गए थे। उसी समय बिल्डिंग गिर गई, जिसमें चार लोग जान गंवा बैठे।