नए साल में स्वास्थ्य क्षेत्र में होंगे कई बदलाव, मिलेंगी ये खास सुविधाएं
पंजाब में नए साल में स्वास्थ्य क्षेत्र में कई बदलाव होंगे। राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेेंगी और उनको कई महंगी चिकित्सा सुविधा मुफ्त में मिलेंगी।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। नए वर्ष में सरकारी सेहत सुविधाएं बेहतर होने की उम्मीद है। कई नई सेवाएं शुरू हो सकती हैैं। डॉक्टरों की नई तैनाती से भी मरीजों की परेशानी कुछ कम होगी। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में खून मुहैया कराने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग एंजियोग्र्राफी की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है। दिल की बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए विभाग वेलनेस क्लीनिक में भी पोर्टेबल एंजियोग्र्राफी मशीनें उपलब्ध करवाएगा।
अभी सिर्फ गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल फरीदकोट में होती है एंजियोग्राफी
स्वास्थ्य विभाग इस साल एंजियोग्र्राफी पर विशेष फोकस कर रहा है। हालांकि अभी यह तय नहीं हो पाया है कि कब से सरकारी अस्पताल इस सुविधा से लैस हो जाएंगे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा का कहना है कि कोशिश है जल्द से जल्द लोगों को यह सुविधा मिले।
सरकारी अस्पतालों में नए डॉक्टरों की तैनाती से कम होगी मरीजों की मुश्किल
उल्लेखनीय है कि अभी तक एंजियोग्राफी की सुविधा केवल फरीदकोट के गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल में ही उपलब्ध है। यहां पांच हजार रुपये में एंजियोग्राफी की जाती है। अमृतसर स्थित गुरु नानक देव अस्पताल में एंजियोग्राफी के लिए स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। ब्रह्म मोहिंदरा कहते हैैं कि स्पेशलिस्ट डॉक्टरों सहित अन्य डॉक्टरों की भर्ती की गई है। पोस्टिंग भी हो चुकी है। इसका असर प्रदेश सेहत सेवाओं में जल्द ही देखने को मिलेगा।
प्रदेश में एक हजार हेल्थ व वेलनेस क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे। फिरोजपुर में पीजीआइ का सेटेलाइट केंद्र भी बनेगा। होशियारपुर व फाजिल्का में कैंसर से पीडि़त मरीजों के लिए विशेष स्वास्थ्य केंद्र और अमृतसर में स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना होगी। इसके अलावा संगरूर में भाभा कैंसर अस्पताल की शुरुआत होने की भी उम्मीद है।
सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भर्ती पूरी होने से उत्साहित स्वास्थ्य विभाग अब अपनी सर्विस में क्वालिटी लाने की तरफ ध्यान देगा। स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा का दावा है कि नए वर्ष में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। यह भी योजना तैयार की गई है कि जो मेडिकल आफिसर (एमओ) इमरजेंसी में ड्यूटी देता है उसे पीजी कोर्स में स्वास्थ्य विभाग प्राथमिकता देगा। यह फैसला इसलिए भी लिया जा रहा है ताकि इमरजेंसी सेवाओं में व्यापक सुधार आए।
उल्लेखनीय है कि नए साल के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को तोहफा दिया है। 1 जनवरी से राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त खून की सुविधा प्रदान कर दी गई है। अस्पतालों में मुफ्त खून मुहैया करवाने के साथ-साथ सभी अस्पतालों में 24 घंटे खून की उपलब्धता भी यकीनी बनाई जाएगी।
सरबत बीमा योजना
प्रदेश सरकार की ओर से सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना भी शुरू की जाएगी। इसका कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। इसके तहत प्रदेश की 80 फीसद आबादी को कवर किया जाएगा। 42 लाख परिवारों के लिए पांच लाख रुपये का बीमा कवर होगा।