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कत्ल के मुख्य गवाह बीर सिंह को गोलियां मारने वाला मनीष प्रभाकर रिमांड पर

मनीष प्रभाकर को प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 08:37 PM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 08:37 PM (IST)
कत्ल के मुख्य गवाह बीर सिंह को गोलियां मारने वाला मनीष प्रभाकर रिमांड पर
कत्ल के मुख्य गवाह बीर सिंह को गोलियां मारने वाला मनीष प्रभाकर रिमांड पर

जागरण संवाददाता, मोहाली : गांव कुंभड़ा में 18 अक्टूबर की सुबह साढ़े छह बजे कुम्हार बीर सिंह के घर में घुसकर उस पर गोलियां चलाने वाले बरनाला के मनीष प्रभाकर को फेज-8 थाना पुलिस बरनाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। आरोपित मनीष प्रभाकर को एडीशनल सिविल जज फ‌र्स्ट क्लास रूचि स्वपन शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया जहां अदालत ने दो दिन के रिमांड पर भेज दिया है। हालांकि कुम्हार बीर सिंह पर गोलियां चलाने के मामले में फेज-8 थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था जिनकी पहचान नहीं हो पाई थी। पहले मनीष प्रभाकर के साथ कुम्हार के घर में घुसे युवक की पहचान राजविदर सिंह राजू बताई जा रही थी लेकिन हमले वाले दिन मनीष प्रभाकर के साथ राजू नहीं उसके दोस्त परविदर व लवजीत सिंह स्कोडा गाड़ी में आए थे। जिनमें से एक युवक गाड़ी में ही बैठा था। बरनाला में पुलिस के साथ हुई थी मुठभेड़

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जिक्रयोग है कि 13 नवंबर को एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बरनाला सीआइए स्टाफ ने गांव पाखोकलां में नाकेबंदी दौरान एक ग्रे रंग की स्कोडा कार को रुकने का इशारा किया था। इस गाड़ी में मनीष प्रभाकर अपने चार साथियों लवजीत सिंह, अमरवीर सिंह व परविदर सिंह के साथ मौजूद था। उन्होंने कार रोकने की जगह सीआइए के इंचार्ज बलजीत सिंह पर गोलियां चला दी थी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिग की और तीन लोगों को पकड़ लिया जबकि दो कार लेकर फरार हो गए थे। पुलिस ने मनीष प्रभाकर व उसके साथियों से कुल चार पिस्टल व 11 जिदा कारतूस बरामद हुए थे। वहीं, पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि मनीष प्रभाकर ने उक्त स्कोडा कार का इस्तेमाल कुंभड़ा में वारदात के समय किया था। उसने गाड़ी पर जाली नंबर प्लेट लगाई हुई थी। दोपहर के समय मारी थी गोलियां

जिक्रयोग है कि 10 अक्टूबर 2015 को मनीष ने दोपहर करीब एक बजे कुंभड़ा लाइट प्वाइंट पर अपने साथी हरप्रीत निवासी बरनाला का गोली मारकर कत्ल कर दिया था। उस समय मनीष ने काफी नशा किया हुआ था। मनीष यूएस में ग्रीन कार्ड होल्डर था जोकि उन दिनों इंडिया आया हुआ था। इस कत्ल मामले में कुंभड़ा निवासी बीर सिंह मुख्य गवाह था जिसकी गवाही से उसे सजा होनी थी। 18 अक्टूबर को मनीष प्रभाकर अपने दोस्त के साथ बीर सिंह के घर आया और उस पर देसी कट्टे से फायरिग कर दी। बीर सिंह पर तीन फायर करने उपरांत फरार हो गया था। फेज-8 थाना पुलिस ने इस मामले में घायल बीर सिंह के बेटे कमल के बयानों पर मनीष प्रभाकर व उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दोनों ही गांव उप्पली बरनाला के रहने वाले हैं। वारदात के करीब आठ महीने पहले ही मनीष जमानत पर बाहर आया था।


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