Doctor की जगह दिखाया मांगलिक लड़के का रिश्ता, Consumer forum ने लगाया कंपनी पर जुर्माना
शादी के रिश्ते कराने वाली कंपनी ने डॉक्टर के बजाय मांगलिक लड़की प्रोफाइल भेज दी। मामला कंज्यूमर फोरम में पहुंचा तो कंपनी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लग गया।
जेएनएन, चंडीगढ़। कंज्यूमर फोरम ने सही रिश्ता न दिखाने पर सेक्टर-36 स्थित वेडिंग विश प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ फैसला सुनाते हुए जुर्माना लगाया है। फोरम ने कंपनी द्वारा शिकायतकर्ता के 50 हजार रुपये नौ प्रतिशत ब्याज सहित लौटाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही शिकायतकर्ता को इस दौरान हुई परेशानी के लिए सात हजार रुपये मुआवजा राशि और पांच हजार रुपये केस खर्च भी देने के लिए कहा है।
अपनी शिकायत में मोहाली निवासी व्यक्ति ने बताया कि वह और उनकी पत्नी अपनी बेटी के लिए दूल्हे की तलाश कर रहे थे। वैवाहिक सेवा प्रदान करने वाली उक्त कंपनी ने उनसे यह कहते हुए संपर्क किया कि उनके पास वैवाहिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में लड़कों के अच्छे प्रोफाइल हैं।
उन्होंने व उनकी बेटी ने 26 सितंबर, 2017 को रॉयल मेंबर की श्रेणी के तहत 50 हजार रुपये देकर कंपनी की सदस्यता ली। उन्होंने विशेष रूप से कंपनी को बताया था कि ट्राइसिटी के अंदर जाट दूल्हा और मेडिको मैच (लड़के के गुण) होने चाहिए, क्योंकि उनकी बेटी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज में सरकारी डॉक्टर (एमओ) है।
नौ माह में कंपनी ने दिखाए 18 लड़कों के प्रोफाइल
शिकायतकर्ता ने बताया कि कंपनी ने समझौते पर हस्ताक्षर कर नौ माह के भीतर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप रिश्ता दिखाने की बात कही। इसके बाद कंपनी ने उनकी बेटी के अकाउंट में कुल 18 लड़कों का प्रोफाइल भेजा। आरोप लगाया कि कंपनी ने जो भी रिश्ते दिखाए, वह उनकी बताई गई डिमांड के अनुरूप नहीं थे। दूल्हे की सूची में वे नाम शामिल हैं जो या तो मांगलिक थे या डॉक्टर नहीं थे।
इसके अलावा सभी रिश्ते ट्राइसिटी से बहुत दूर थे। इसके बाद शिकायतकर्ता ने चंडीगढ़ से 60 किलोमीटर तक के एरिया में ही रिश्ते दिखाने के लिए कहा, लेकिन कंपनी असमर्थ रही। परेशान होकर शिकायतकर्ता की बेटी ने कंपनी से ली हुई सदस्यता को खत्म करते हुए दिए हुए उनके 50 हजार रुपये ब्याज सहित लौटाने को कहा। मगर, कंपनी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद चहल परिवार ने 6 दिसंबर, 2018 को इसकी शिकायत उपभोक्ता फोरम में दी।
कंपनी की दलील : कोई आश्वासन नहीं दिया
कंपनी ने दलीलें दी कि उन्होंने तय की गई बातों के तहत ही प्रोफाइल प्रदान किए थे। उन्होंने शिकायतकर्ता को सौ फीसद या किसी विशेष समयसीमा का कोई आश्वासन नहीं दिया, क्योंकि उनका काम केवल मिलान वाले प्रोफाइल को खाते में अपलोड करना है। शिकायतकर्ता को पंजीकरण फार्म में दी गई जानकारी के अनुसार ही रिश्ते मैच कर दिखाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अतिरिक्त प्रोफाइल भी प्रदान किए हैं। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अब कंज्यूमर फोरम ने यह फैसला सुनाया है।
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