लव यू जिंदगी
किसी को देखकर उसे जज करना हमारे समाज की पुरानी सोच है।
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : बॉडी शेमिग। पिछले कुछ महीनों से इस पर खुलकर चर्चा हुई है। लोग अब इस शब्द को समझने लगे हैं। प्लस साइज मॉडल्स के जमाने में लोग अब उन लोगों को अपनाने लगे हैं जिन्हें कुछ वर्ष पहले तक उनके शरीर को लेकर तरह-तरह से सुनाया जाता था। ये उनके आत्मविश्वास को तो तोड़ता ही था, साथ ही उन्हें सपने देखने से भी वंचित कर देता था। ऐसे में हम लेकर आए हैं, वो कहानी जो सच्ची है। जिन्हें बॉडी शेमिग से टूटने के बजाय खुद को इतना मजबूत बनाया कि लोग अब इन्हें फॉलो भी करते हैं। दोस्त ने सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्योंकि मेरा वजन ज्यादा था
ब्लॉगर और प्रसिद्ध फैशन स्टाइलिश नाज अरोड़ा ने अपनी कहानी साझा करते हुए कहा कि स्कूल में अकसर मुझे कई तरह के ताने सुनने को मिलते थे। ये बहुत बुरा अनुभव होता था। मुझ पर लोग हंसते थे कि मेरा वजन ज्यादा है। सबसे बुरा तो तब हुआ जब आठवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान मेरी बेस्ट फ्रेंड ने ही मुझे छोड़ दिया। वजह केवल इतनी थी कि मेरा वजन ज्यादा है। वो मेरे लिए सबसे बुरे क्षण थे। मेरा सपना मॉडलिग, ब्यूटी और इसी तरह की इंडस्ट्री में आगे बढ़ने का था। कुछ देर डिप्रेशन में रहने के बाद मैंने अपनी जिदंगी खुद तय की। इंस्टाग्राम में अपनी फैशन से जुड़ी स्किल्स को अपलोड करना शुरू किया। मुझे काफी अच्छा रिस्पांस मिलने लगा। जिसने मुझमें आत्मविश्वास को लौटाया। आज मेरे 50 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। पोस्ट पर भद्दे कमेंट ने मेरा आत्मविश्वास तोड़ दिया था
मृणाल अपने अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि हमारे समाज में हेल्दी शरीर को काफी नकारात्मक रूप से देखा जाता है। खासकर लड़कियों में। मुझे याद है स्कूल में अकसर मुझे तरह तरह के नामों से जाना जाता था सिर्फ इसलिए कि मेरा वजन ज्यादा था। मगर सच कहूं तो ये रोजाना आपके आत्मविश्वास को तोड़ने वाला था। एक बार मैंने अपनी तस्वीर शेयर की, जिस पर लोगों ने इतने भद्दे कमेंट किए कि मैंने अपना अकाउंट ही डिलिट करनी की सोची। लोग लिखते हुए सोचते नहीं है कि आप पर इसका कितना असर पड़ता है। मगर सेल्फ हेल्प बुक और कुछ दोस्तों की मदद से मैं दोबारा इस ओर लौटी। मेरे अब 15 हजार फॉलोअर्स हैं। मुझे खुशी है कि लोगों ने मेरे इस स्वरूप को अपनाया। फैशन केवल स्लिम फिगर के लिए नहीं है
संध्या बॉडी शेमिग से जुड़े अपने अनुभव साझा करते हुए कहती हैं कि समाज की ये तय सोच है कि लड़कियों को स्लिम रहना चहिए। क्या हो अगर वो नेचुरल ही एक साइज में पैदा हुई हो और उसकी बॉडी उस अनुरूप ही बेहतर लगती हो। हर बॉडी शेप और साइज अलग होता है, जैसे हमारी नेचर। इन सबको एक कर देना कितना अच्छा है। मैंने शुरुआत से कितने ही लोगों से सुना कि अपना वजन कम कर लो, ऐसे अच्छा नहीं लगता। मैंने शुरू से ही ऐसी विचारधारा को दरकिनार कर अपने लिए जीना सीखा। मैंने अपने इंस्टाग्राम पेज सैंड स्लिक और यूट्यूब चैनल के लिए हर साइज की लड़कियों को फैशन स्टाइलिग के गुर सिखाए। इससे मुझे काफी अच्छा रिस्पांस मिला। अभी तक मेरे 14,400 फॉलोअर्स हो चुके हैं।