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No Full Lockdown In Punjab: पंजाब में नहीं लगेगा पूर्ण लाकडाउन, माइक्रो कंटेनमेंट पर होगी सख्ती

No Full Lockdown In Punjab पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में पूर्ण लॉकडाउन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। कहा कि पूर्ण लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। सीएम ने वीरवार को छह जिलों के कोविड मामलों की समीक्षा की।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 05:12 PM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 06:58 AM (IST)
No Full Lockdown In Punjab: पंजाब में नहीं लगेगा पूर्ण लाकडाउन, माइक्रो कंटेनमेंट पर होगी सख्ती
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।

जेएनएन, चंडीगढ़। No Full Lockdown In Punjab: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में पूर्ण लाकडाउन नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि पूर्ण लाकडाउन समस्या का हल नहीं है। इससे बड़ी संख्या में मजदूर अपने घरों की तरफ चल देते हैं, जिससे अन्य राज्यों में भीड़ बढ़ती है।

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मुख्यमंत्री शुक्रवार को कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित छह जिलों जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, पटियाला और मोहाली की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इन जिलों में 100 फीसद टेस्टिंग और माइक्रो कंटेनमेंट की रणनीति अपना कर सख्ती करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ज्यादा पाजिटिव मामलों वाले सभी क्षेत्रों के होटलों व रेस्टोरेंट में बैठकर खाने पर रोक लगाई जाए। स्वास्थ्य विभाग स्टाफ की जांच करवाए।

मुख्यमंत्री ने उद्योग जगत से हलके लक्षणों वाले श्रमिकों के इलाज के लिए कोविड इलाज केंद्र स्थापित करने व अस्थायी अस्पताल तैयार करने की अपील की है। उन्होंने मुख्य सचिव को कोविड के खिलाफ लड़ाई में सेवानिवृत्त डाक्टरों, नर्सो और एमबीबीएस अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को लेवल-टू, लेवल-थ्री संस्थानों में ड्यूटी पर आने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। साथ ही सुझाव दिया कि जिमनेजियम आदि में अस्थायी तौर पर स्वास्थ्य संभाल केंद्र स्थापित किए जाए।

2000 बेड बढ़ाएगी सरकार

सरकार ने 2000 बेड बढ़ाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लेवल टू के बेड की उपलब्धता (8000 बेड) प्रबंधन योग्य है, लेकिन लेवल थ्री में 82 फीसद से ज्यादा बेड फुल हैं। पंजाब में 2100 लेवल थ्री बेड ही उपलब्ध हैं। सरकारी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल पटियाला और अमृतसर में 600 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है।

कहां क्या स्थिति

अमृतसर में आक्सीजन का संकट

डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा और पुलिस कमिश्नर सुखचैन गिल ने ऑक्सीजन संकट पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में आक्सीजन का ऑडिट किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में लेवल थ्री के 200 बेड में से 196 बेड फुल हैं। जिले में 30 और बेड शामिल किए गए हैं।

लुधियाना: अन्य राज्यों से आ रहे मरीज

डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार ने कहा कि वर्धमान मिल के बंद पड़े आक्सीजन यूनिट को फिर चालू कर दिया गया और एक अन्य को भी कार्यशील किया गया है। लुधियाना में दिल्ली एवं गुड़गांव समेत अलग-अलग अन्य स्थानों से मरीज बड़ी संख्या में आ रहे हैं।

मोहाली: 90 फीसद बेड फुल

डिप्टी कमिश्नर गिरिश दयालन ने बताया कि बड़ी संख्या में मरीज दिल्ली व एनसीआर से आ रहे हैं। 90 फीसद बेड फुल हैं। उन्होंने कहा कि ट्राईसिटी के अन्य हिस्सों में साप्ताहिक लाकडाउन पर सहमति न बनने से स्थिति गंभीर बनी है। 100 बिस्तरों वाला मोहाली अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है।

बठिंडा: 250 बिस्तरों का अस्थायी अस्पताल

बठिंडा के डीसी ने बताया कि ब¨ठडा रिफाइनरी के पास 250 बिस्तरों वाला अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है। यहां रिफाइनरी से आक्सीजन की सप्लाई होगी।


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