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पंजाब यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी तो खुली लेकिन सुबह से दोपहर तक नहीं पहुंचा कोई भी रिसर्च स्कालर

पंजाब यूनिवर्सिटी में 15 अक्टूबर को साइंस लैब खोल दी गई थी। जिसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी रिसर्च स्कालर एसोसिएशन ने लाइब्रेरी को खोलने की मांग भी की थी। जिसको लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लाइब्रेरी खोलने पर सहमति जताई थी।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 02:53 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 02:53 PM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी तो खुली लेकिन सुबह से दोपहर तक नहीं पहुंचा कोई भी रिसर्च स्कालर
सोमवार सुबह नौ बजे एसी जोशी लाइब्रेरी रिसर्च स्कालर के लिए खोल दी गई थी।

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी में 15 अक्टूबर को साइंस लैब खोल दी गई थी। जिसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी रिसर्च स्कालर एसोसिएशन ने लाइब्रेरी को खोलने की मांग भी की थी। जिसको लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लाइब्रेरी खोलने पर सहमति जताई थी। सोमवार को तय समय के अनुसार सुबह नौ बजे एसी जोशी लाइब्रेरी रिसर्च स्कालर के लिए खोल दी गई थी। लेकिन दोपहर 12 बजे तक कोई भी रिसर्च स्कॉलर लाइब्रेरी में बुक इशू करवाने नहीं आया।

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लाइब्रेरी जब बंद थी उस समय रिसर्च स्कालर एसोसिएशन की तरफ से यह कहा जा रहा था कि, लाइब्रेरी बंद होने से रिसर्च स्कालर अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार रिसर्च स्कालर इसलिए लाइब्रेरी नहीं आ रहे हैं क्योंकि वहां पर बैठने का प्रबंध नहीं किया गया है।

पूरी जांच के बाद मिलेगी लाइब्रेरी में एंट्री

एसी जोशी लाइब्रेरी के डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. नीरज कुमार सिंह ने कहा कि लाइब्रेरी में एंट्री करने के लिए रिसर्च स्कालर की पूरी जांच की जाएगी। एंट्री देने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग द्वारा तापमान चेक होगा जिसके बाद ही उन्हें लाइब्रेरी में जाने दिया जाएगा। उसके अलावा लाइब्रेरी की हर एक कतार में दोनों तरफ हैंड सैनिटाइजर रखे हुए हैं। रिसर्च स्कालर को एंट्री के समय ही यह बात बता दी जाएगी कि किताबों को छूने से पहले वह अपने हाथ को सैनिटाइज कर लें।

हर रिसर्च स्कालर को नहीं मिलेगी एंट्री

डा. नीरज ने बताया कि कैंपस में 100 से ज्यादा रिसर्च स्कालर इस समय आए हुए हैं। लेकिन सभी रिसर्च स्कालर को लाइब्रेरी में एंट्री नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी में केवल उन्हीं रिसर्च स्कालर को एंट्री दी जाएगी जिनका नाम उनके विभाग द्वारा लाइब्रेरी को दिया गया है।

बुक इश्यू करने पर विभाग को भी दी जाएगी जानकारी

जो रिसर्च स्कालर लाइब्रेरी से किताब जारी करवाएगा, उसकी जानकारी भी लाइब्रेरी विभाग द्वारा संबंधित विभाग को दी जाएगी। लाइब्रेरी से किताब जारी करने के लिए जो नियम पहले थे वही नियम अब भी लागू होंगे। इसके अलावा आउटसाइडर को ना तो लाइब्रेरी में एंट्री मिलेगी और ना ही उन्हें किताबे जारी की जाएंगी।


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