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मॉडल जेल में महिला कैदियों के लिए खुला पुस्तकालय

सेक्टर-51 की मॉडल जेल में महिला कैदियों की समस्याओं के समाधान के लिए न्याय सेवा केंद्र की शुरूआत की तर्ज पर विशेष पुस्तकालय भी खोला गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 08:12 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 08:12 AM (IST)
मॉडल जेल में महिला कैदियों के लिए खुला पुस्तकालय
मॉडल जेल में महिला कैदियों के लिए खुला पुस्तकालय

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़

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सेक्टर-51 की मॉडल जेल में महिला कैदियों की समस्याओं के समाधान के लिए न्याय सेवा केंद्र की शुरूआत की तर्ज पर विशेष पुस्तकालय भी खोला गया है। जेल में एक कॉमन लाइब्रेरी के साथ सिर्फ महिला कैदियों के लिए बनी लाइब्रेरी में 24 घंटे सुविधा उपलब्ध होगी। डिस्ट्रिक लीगल सर्विस अथॉरिटी चंडीगढ़ ने जेल प्रशासन से मिलकर महिला कैदियों के हित में अहम कदम उठाया गया है। इस लाइब्रेरी का मुख्य उद्देश्य महिला कैदियों की बौद्धिक, सामाजिक और प्रतियोगी परीक्षाओं की क्षमता बढ़ाने के साथ समय का बेहतर सदुपयोग करना है। इनमें चंडीगढ़ के साथ पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू सहित अन्य राज्यों की महिला कैदी हैं।

महापुरुष, वीरंगनाओं, सामाजिक और बौद्धिय ज्ञान की होगी आठ हजार किताबें

जेल में कैदियों के बेहतर भविष्य बनाने का हौसला देकर उनके अंदर नई उर्जा का संचार करने के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर अंदर के बैरक को महापुरुषों के नाम पर कुटीर बनाया गया है। इसी तरह महिला कैदियों के सामाजिक ज्ञान, किताबों के माध्यम से नकारात्मक सोच कर खत्म करने के साथ सामान्य ज्ञान, साहित्य और प्रतियोगिता से जुड़ी कुल आठ हजार किताबें रखी जाएंगी। फिलहाल, डिमांड वाली किताबों के साथ शुरुआत की गई है।

तीन पोस्ट ग्रेजुएट, 10 ग्रेजुएट और 33 आठवीं तक हैं पढ़ी

मॉडल जेल में 46 महिला कैदियों में 80 फीसद अंडर ट्रायल हैं। इन 46 कैदियों में तीन पोस्ट ग्रेजुएट, 10 ग्रेजुएट और बाकी आठवीं तक पढ़ी हैं। रिकार्ड के अनुसार हमेशा ही अंडर ट्रायल महिला कैदियों की संख्या ज्यादा रही है। नियम के तहत अंडर ट्रायल महिलाओं से काम नहीं लिया जा सकता है। जबकि इनकी बैरक के अंदर और बाहर आने-जाने का तय समय होने से बोरियत महसूस करती हैं। महिला कैदियों में ज्यादातर एनडीपीएस और धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद हैं।

कोट्स..

पुस्तकालय में प्रारंभ में विभिन्न विषयों की 1120 पुस्तकें उपलब्ध की जा रही हैं। अभी पुस्तकालय का रेनोवेशन का काम चल रहा है। ताकि धीरे-धीरे जिनमें आवश्यकतानुसार वृद्धि की जाएगी। कंप्यूटराइज सिस्टम से सभी पुस्तक आसानी से ट्रेस की जा सकेंगी। विराट, एडिशनल आइजी जेल कम सुपरिटेंडेंट।


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