आखिरकार कुंभकर्णी नींद से जागा नगर निगम का अतिक्रमण विभाग
चंडीगढ़ के 13 गांवों को नगर निगम में शामिल किए जाने के बाद से इन गांव में धड़ल्ले से अवैध निर्माणों का सिलसिला शुरू हो गया था।
जासं, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के 13 गांवों को नगर निगम में शामिल किए जाने के बाद से इन गांव में धड़ल्ले से अवैध निर्माणों का सिलसिला शुरू हो गया था। लोग इस बात को मान कर चल रहे थे कि गांव के नगर निगम में शामिल होने से लाल डोरे के बाहर के मकानों को भी लाल डोरे में शामिल कर लिया जाएगा। जिसके चलते उन्होंने लाल डोरे के बाहर जमीन खरीदकर मकानों का निर्माण शुरू कर दिया था। इस संबध में दैनिक जागरण ने 26 दिसंबर को तीन नंबर पेज पर प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था। जिसके बाद नगर निगम ने इस मामले की गहनता को समझते हुए इन सभी गांवों में हो रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाही करने के लिए योजना तैयार की।
इसके तहत वीरवार को चंडीगढ़ के 13 गांवों को नगर निगम में शामिल किए जाने के बाद इनमें बिना अनुमति मकानों के निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाही करते हुए कई जगह छापेमारी की। इस अभियान के तहत नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर तिलक राज के निर्देश पर अतिक्रमण हटाओ दस्ते द्वारा अलग-अलग गांवों में जाकर वहां बन रहे मकानों की जांच की।
इस क्रम में वीरवार को नगर निगम के बि¨ल्डग ब्रांच के बलराज छिकारा की टीम ने गांव बहलाना, खुड्डा अली शेर , किशनगढ़, दड़वा , रायपुर कलां रायपुर खुर्द और मख्खनमाजरा में कई जगह छापेमारी की। जहां टीम ने पाया कि 56 मकान बिना अनुमति के बनाए जा रहे है। जिनका काम टीम द्वारा रुकवा कर उन्हें नोटिस भी दिए गए। यही नही टीम ने इन में 33 मकानों से राजमिस्त्री के औजारों को भी जब्त कर उनके खिलाफ कार्रवाही शुरू कर दी।
बि¨ल्डग ब्रांच के एसडीओ बलराज छिकारा और अमितेश कुमार ने अलग-अलग गांवों में जाकर वहां बन रहे मकानों की जांच की। इस काम के लिए नगर निगम के बि¨ल्डग ब्रांच के दो एसडीओ लगाए गए हैं, जो गांवों में जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि कहीं अवैध निर्माण तो नहीं हो रहा है। कार्रवाई के दौरान किशनगढ़ में हुआ हंगामा
वहीं इसी क्रम में जब अतिक्रमण हटाओं दस्ता गांव किशनगढ़ पहुंचा और अवैध बन रहे मकानों का काम रोकना चाहा तो किशनगढ़ के लोग अतिक्रमण हटाओं दस्ते के अधिकारियों से ही भिड़ पडे़। वहीं इस मौके भाजपा नेता एवं पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन भजन ¨सह माडू ने भी अतिक्रमण हटाओं दस्ते के अधिकारियों को कार्रवाही करने के लिए मना किया । उन्होंने कहा कि जब से इन मकानों के निर्माण हो रहा है । उस समय कहीं पर भी किशनगढ़ के मकानों का नक्शा करवाना का प्रावधान नही था। अब इन निर्माणों का अवैध ठहराना ठीक नही है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में वो 13 गांवों के लोगों को लेकर प्रशासक से मुलाकात करेगें और इस मकानों को लाल डोरे में लाने की मांग करेगें। बहलाना में नियमों को ताक रखकर बन रही थी ऊंची इमारतें
गौरतलब है कि गांव बहलाना चंडीगढ़ एवं एयरफोर्स एयरपोर्ट से सबसे नजदीकी गांव है। जिसके चलते इस इलाके में ऊंची इमारतें बनाने पर रोक लगाई है। बावजूद इसके गांव बहलाना के लोगों ने नियमों को ताक चार मंजिला इमारत बनाना शुरू कर दिया था। इस अभियान के दौरान अतिक्रमण दस्ते को इस बात का पता चला और दस्ता द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाही करते हुए नोटिस भी दिए गए।