डीसी ऑफिस की बिल्डिंग की रेनोवेशन के नाम पर लाखों रुपये की धांधली Chandigarh News
चंडीगढ़ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने जिस कांट्रेक्टर को यह काम सौंपा है। उसने रेनोवेशन के नाम पर घटिया क्वालिटी का मेटीरियल इस्तेमाल किया है जिसके कारण काम पूरा भी नहीं हुआ है।
चंडीगढ़, जेएनएन। डीसी ऑफिस की बिल्डिंग की रेनोवेशन के नाम पर लाखों रुपये का घोटाला सामने आया है। बिल्डिंग की रेनोवेशन का काम पिछले दो साल से चल रहा है। लेकिन अभी तक पूरा नहीं हाेपाया है। रेनोवेशन प्लान के तहत अब तक जो काम किए गए। उनकाे देखकर एेसा प्रतीत हाेता है कि इसमें लाखों रुपये की धांधली की जा चुकी है।
चंडीगढ़ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने जिस कांट्रेक्टर को यह काम सौंपा है उसने रेनोवेशन के नाम पर घटिया क्वालिटी का मेटीरियल इस्तेमाल किया है, जिसके कारण काम पूरा भी नहीं हुआ है। डीसी ऑफिस की दीवारों पर लगाए जा रहे प्लाइवुड (सनमाइका) और फर्श पर लगाई गई प्लाई व टाइलें उखड़ने लगी हैं।
डीसी साहब इस ओर भी दें ध्यान
बिल्डिंग की पहली मंजिल पर जहां खुद डीसी मनदीप सिंह बराड़ बैठते हैं, वहां दीवारों पर लगाई महंगी प्लाइवुड (सनमाइका) कई जगह से उखड़नी शुरू हो गई है। इसके अलावा कई जगह से इसको दीमक खा चुकी है। डीसी अकसर यहां से गुजरते हैं लेकिन कभी इस ओर ध्यान नहीं देते।
इंजीनियरिंग विंग बता रहा बेहतर क्वालिटी का सामान
पहली और दूसरी मंजिल के फर्श पर हाल ही में लगाई गई टाइलें और प्लाई उखड़ चुकी है।इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने कागजों में डीसी ऑफिस की दीवारों पर प्लाइवुड और फर्श पर टाइलें लगाने के नाम पर लाखों रुपये का खर्च दिखा दिया। लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। यहां रेनोवेशन के नाम पर जो भी मटीरियल लगाया गया है। वह घटिया क्वालिटी का है। जबकि इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने कागजों में इसे सबसे अच्छी क्वालिटी का प्लाइवुड और टाइलें बताई हैं।