स्वच्छता सर्वेक्षण में पंजाब में दूसरे नंबर पर रही कुराली नगर काउंसिल
कुराली नगर काउंसिल पहले टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब रही।
चेतन भगत, कुराली : स्वच्छ भारत अभियान के तहत नॉर्थ जोन में 50 हजार से कम आबादी वाले शहरों के स्टेट लेवल स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के पहले क्वार्टर में कुराली नगर काउंसिल पहले टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब रही। पीएमआइडीसी के सहयोग से डोर-टू-डोर सेग्रीगेशन तथा शहर को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने में किए गए प्रयासों के चलते कुराली नगर काउंसिल नॉर्थ जोन में स्टेट लेवल पर दूसरी तथा नेशनल लेवल सर्वेक्षण में पांचवीं पोजिशन हासिल करने में कामयाब रही है। काउंसिल के सेनिटरी इंस्पेक्टर बलविदर सिंह एवं पंजाब म्यूनिसिपल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी की कोऑर्डिनेटर नीतू ढिल्लों ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पहले क्वार्टर में कुराली नगर काउंसिल ने 50 हजार से कम की आबादी वाले शहर के तौर पर नेशनल लेवल पर पांचवीं तथा स्टेट लेवल में नार्थ जोन से 1240.65 अंक हासिल करते हुए सेकेंड रैंक पर रही है। वहीं, नवांशहर की नगर काउंसिल स्वच्छता रैंकिग में पहले स्थान पर रही। यह बनी कामयाबी की वजह
सेनिटरी इंस्पेक्टर बलविदर सिंह तथा नीतू ढिल्लों ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहर में शुरू किया गया डोर-टू-डोर सेग्रीगेशन सिस्टम जहा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में बेहद कारगर सिद्ध हुआ। वहीं, शहर में गीले कचरे के निपटान के लिए बनाई गई 22 कंपोज पिट्स भी सहायक साबित हुई। स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत काउंसिल की ओर से स्कूलों में क्वार्टरली कंपटीशन का आयोजन करने के साथ ही अपना कचरा खुद डिस्पोज करने के लिए स्कूलों में कंपो•ा पिट्स का निर्माण करवाया। कई स्थानों को प्लास्टिक फ्री जोन बनाया गया। वहीं, माता रानी चौक, सब्•ाी मंडी, सिसवां मार्ग पर बस स्टैंड एवं रेस्ट हाउस के पास रखवाए गए सेकेंडरी डस्टबिस को हटवा डोर-टू-डोर सेग्रीगेशन को महता दी गई। सौ फीसद नहीं रही कलेक्शन
कमर्शियल लेवल पर की जा रही सेग्रीगेशन की कलेक्शन सौ प्रतिशत नहीं है। शहर के अधिकांश दुकानदार एवं फास्ट फूड आउटलेट्स वेंडर्स काउंसिल की सेग्रीगेशन स्कीम में भागीदार नहीं बन रहे। लिहाजा इन्हीं दुकानों का कचरा अकसर सड़कों पर फैला रहता है। ऐसे दिए जाते हैं स्वच्छता सर्वेक्षण अंक
केंद्र सरकार की टीम की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण तीन चरणों में होता है। पहला चरण अप्रैल से जून, दूसरा जुलाई से सितंबर तथा तीसरा अक्टूबर से दिसंबर तक आयोजित किया जाता है। चार से 31 जनवरी तक नया सर्वेक्षण आरंभ हो जाता है। जिसमें स्वच्छ सर्वेक्षण करने वाली टीम दिल्ली से बिना किसी पूर्व सूचना के शहर में पहुंचती है। टीम को जीपीएस के जरिये साइट मिलती हैं और उसके अनुसार टीम मौके पर पहुंच सर्वेक्षण को अंजाम देती है। तीन चरणों की ऑनलाइन भेजी गई रिपोर्ट का सर्वेक्षण टीम आकलन किया जाता है। काउंसिल पहला रैंक हासिल करने के लिए प्रयासरत
कार्यकारी अधिकारी वीरेंदर जैन का कहना था कि काउंसिल स्वच्छता रैंकिग में स्टेट लेवल पर दूसरे नंबर पर रही। जिसके लिए शहरवासी और टीमें बधाई की पात्र हैं। अगले सर्वेक्षण में कुराली नगर काउंसिल पहले रैंक पर आए, इसके लिए काम करेंगे।