चंडीगढ़ में 300 लोगों से 8 करोड़ रुपये का फ्रॉड मामले में क्रिस्पी खेहरा भी आरोपित, जानें क्या है पूरा मामला
मामले में पंजाब हरियाणा हिमाचल चंडीगढ़ सहित दूसरे राज्यों के कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है। वर्ष 2018 में पुलिस के हत्थे चढ़ने वाली ज्योति ठाकुर ने भी क्रिस्पी के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। सेक्टर-43 स्थित इमिग्रेशन कंपनी की आड़ में 300 से ज्यादा लोगों से आठ करोड़ रुपये का इमीग्रेशन फ्रॉड मामले में कंपनी की डायरेक्टर क्रिस्पी खेहरा को पुलिस ने मामले में आरोपित बना लिया है। वहीं, इस मामले में सोमवार रात आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने डायरेक्टर देवेंदर सिंह गिल को सेक्टर-43 से गिरफ्तार किया है। मामले में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ सहित दूसरे राज्यों के कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है। वर्ष 2018 में पुलिस के हत्थे चढ़ने वाली ज्योति ठाकुर ने भी क्रिस्पी के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी। ज्यूडिशियल कस्टडी भेजे जाने के बाद ज्योति ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि इमीग्रेशन फ्रॉड का सारा ताना-बाना क्रिस्पी के कहने के आधार पर हुआ है। वही इसके बाद क्रिस्पी के खिलाफ 50 से ज्यादा शिकायतें पुलिस में आ गई थी।
ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहले इमीग्रेशन कंपनी की डायरेक्टर क्रिस्पी खेरा और देवेंदर सिंह गिल ही थे। बाद में शिकायतों का सिलसिला शुरू होने पर कानूनी तौर पर ज्योति ठाकुर और दूसरे किसी को कंपनी का डायरेक्टर बना दिया था। वहीं, जांच के दौरान मिली शिकायतों के आधार पर पुलिस में मामले में क्रिस्पी खेरा को भी आरोपित बनाया है। हालांकि, दर्ज एफआइआर में खेरा का नाम शामिल नहीं है।
इस तरह हुई गिरफ्तारी
ईओडब्ल्यू की डीएसपी हरजीत कौर के निर्देशानुसार इंचार्ज इंस्पेक्टर जयवीर सिंह सहित एक टीम गठित की गई है। जयवीर सिंह को मिली गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार शाम आरोपित को सेक्टर 43 स्थित कोर्ट के आसपास से गिरफ्तार किया गया। आरोपित मोहाली सेक्टर 70 के रहने वाले देवेंदर सेक्टर 43 स्थित हाई कमिशन फैसिलिटेशन सर्विसेज इमिग्रेशन कंपनी के डायरेक्टर थे। कंपनी लोगों को कनाडा में स्टूडेंट और वर्क परमिट वीजा लगवाने के नाम पर ठगी का शिकार बना रही थी। मामले में सेक्टर 36 थाना पुलिस ने वर्ष 2018 में डायरेक्टर सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं इस मामले में एक महिला आरोपित ज्योति ठाकुर को भी पुलिस ने 2018 में गिरफ्तार कर लिया था।
जिक्रयोग है कि इससे पहले क्रिस्पी खेहरा उस समय सुर्खियों में आई थीं। जब उन्होंने आइजी आइटी गौतम चीमा पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद आइजी पर मोहाली के मटौर व फेज-1 थाने में केस दर्ज हुआ था। साथ ही उन्हें नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया था।