काला राम की कला ने गारबेज सेंटर को तबदील किया गार्डन में
आर्ट तलाश लेते हैं और वह कचरा एक सुंदरता का स्पॉट बन जाता है।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : अकसर लोग अपने घर से निकलने वाले कचरे को फटाफट बाहर फेंक देते हैं, लेकिन चंद लोग ऐसे भी होते हैं, जो कचरे में भी आर्ट तलाश लेते हैं और वह कचरा एक सुंदरता का स्पॉट बन जाता है। ऐसे ही हैं चंडीगढ़ नगर निगम के सफाई कर्मचारी काला राम। जिन्होंने कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद अपनी कला से गारबेज सेंटर को हरे-भरे गार्डन में तबदील कर दिया है। अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद मिलने वाला समय वह गार्डन को और सुंदर बनाने में लगाते हैं। काला राम ने इसकी शुरुआत 1987 में की थी, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से जब से स्वच्छता पर जोर दिया गया है, तब से काला राम भी अपनी कला के कारण मशहूर हो गए हैं। सेक्टर-27 के गारबेज सेंटर में अभी भी प्रतिदिन घरों और दुकानों से निकलने वाला कचरा आता है, लेकिन यहां की हरियाली ने इस सेंटर की शोभा बढ़ा दी है। जहां पर दुर्गध नहीं, महक आती है। काला राम ने कचरे में आई टॉयलेट सीटों, टूटे हुए बाथ टबों, वॉशबेशन और पानी की पुरानी टंकियों को संवार उन्हें फ्लावर पॉट और गमलों में तबदील कर दिया है। सफाई कर्मचारी काला ने यह काम रॉक गार्डन तैयार करने वाले नेकचंद से प्रभावित होकर किया है। नेकचंद भी इसी सेक्टर के निवासी थे। पहला पौधा मिला था कचरे से
काला ने सबसे पहला पौधा यहां पर अमरूद का लगाया था, यह पौधा भी काला राम को 1987 में कचरे में ही मिला था। अब इस सेंटर में 300 से ज्यादा पौधे लगा दिए हैं। पौधों के लिए जो खाद की जरूरत होती है, वह भी काला राम कचरे से ही तैयार करते हैं। लोगों के घरों से आने वाले गीले कचरे और सूखे पत्तों को दबाकर वह यहां पर ही खाद बनाते हैं। इस गारबेज सेंटर को नर्सरी के तौर पर भी विकसित किया गया है, जहां पर रेजिडेंट्स पौधे लेने के लिए आते हैं। काला लोगों के यहां से और अपने घर से पानी लाकर पौधों की सिचाई करते हैं। प्रतिदिन करते हैं देखभाल
गारबेज सेंटर में पौधों की देखभाल के लिए वह प्रतिदिन आते हैं। कचरे में जो भी यूज का सामान होता है, वह उसे साफ करके उसमें पौधा लगा देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान ने देश में क्रांति ला दी है। इस स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने गंदगी भारत छोड़ो का नारा दिया है, जिससे प्रभावित होकर वह शहर के अन्य सेंटर भी वेस्ट की मदद से गंदगी मुक्त बनाने के लिए तैयार हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें प्रशासन का सहयोग चाहिए। काला राम का काम देखकर वह हैरान हैं। कचरे से निकलने वाली वस्तुओं से भी शहर को सुंदर बनाया जा सकता है। यह काला राम से सीखना चाहिए। काला राम के काम की जितनी भी प्रंशसा की जाए, वह कम है। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी की अपील पर चंडीगढ़ नगर निगम गंदगी भारत छोड़ो सप्ताह के तहत काम कर रहा है। जिसके लिए शहर के सफाई कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।
-राजबाला मलिक, मेयर