सुखना पर पर दिखा रोमांच का सफर, पहली बार पैराशूट से लैंडिग
चंडीगढ़ की सुखना लेक पर शनिवार को रोमांच की नई कहानी लिखी गई।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ की सुखना लेक पर शनिवार को रोमांच की नई कहानी लिखी गई। पहली बार किसी बहादुर सैनिक ने हजारों फीट ऊपर से पैराशूट के सहारे लैंड किया। हजारों लोगों की मौजूदगी में आयोजित इस खास इवेंट को देखने के लिए पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर तक मौजूद थे। मिलिट्री लिटरेचर फेस्ट के सबसे खास स्काई डाइव इवेंट को अंजाम दिया एयरफोर्स से 31 अक्टूबर को ही रिटायर्ड हुए कोमल सिंह ने अपनी टीम के साथ कई दिनों की कड़ी प्रेक्टिस के बाद। दोपहर करीब दो बजे जैसे ही स्काई डाइव इवेंट के लिए अनाउंसमेंट हुई लिटरेचर फेस्टिवल ही नहीं, सुखना के हर कोने पर खड़े बच्चे और बड़ों के लिए एक अलग ही नजारा था। एक खास एयरक्राफ्ट को हजारों फीट ऊंचाई से उड़ते हुए देखा, कुछ ही मिनटों में एक व्यक्ति ने छलांग लगाई और करीब तीन चार मिनट तक सुखना के आसमान का नजारा ही बदल गया। एक रोमांचक इवेंट में डाइव लगाने वाले ग्रुप कैप्टन कमल सिंह ने जैसे सुखना के शू प्वाइंट पर लैंड किया पूरा माहौल तालियों से गूंज उठा। लोगों ने पहली बार ऐसा खास नजारा देखा। यह अब तक का सबसे कठिन टास्क था
इस इवेंट को सफल बनाने में इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल सतेंद्र सिंह और एयर क्राफ्ट पायलट विजय सेठी का भी खास योगदान रहा। दैनिक जागरण से बातचीत में कमल सिंह ने कहा कि यह अभी तक का सबसे कठिन टास्क था क्योंकि मौसम भी हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। लेकिन पूरी कोशिशों से हम सिटी ब्यूटीफुल के लोगों को एक रोमांचक नजारा पेश करने में सफल रहे। जम्मू के बेटे ने बनाया नया रिकॉर्ड
एडवेंचर स्पोर्ट्स में माहिर कोमल सिंह ओबड़ ने करीब 26 साल तक एयरफोर्स में सेवाएं दी हैं। उत्तरी और दक्षिण ध्रुव से डाइव लगाने वाले पहले इंडियन हैं। उन्होंने कहा कि वह देश के युवाओं के बीच एंडवेंचर स्पोर्ट्स को प्रमोट करने के लिए रिटायरमेंट के बाद भी काम करते रहेंगे। पाकिस्तान बॉर्डर के पास जम्मू के गजनूस गांव के निवासी ग्रुप कैप्टन कोमल ने कहा कि फिर मौका मिला तो वह इससे भी बेहतर एडवेंचर इवेंट पेश करेंगे।