Move to Jagran APP

जीव मिल्खा बोले- कोविड के चलते इंटरनेशनल गोल्फ टूर्नामेंट्स खेलना मुश्किल, सर्द मौसम भी चुनौती

पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह ने इंटरनेशनल गोल्फ टूर्नामेंट्स को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि विदेशों में इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स इन दिनों खेलना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि कोरोना के कारण दूसरे देशों ने भी वीजा नियम सख्त कर दिए हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 12:45 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 12:45 PM (IST)
जीव मिल्खा बोले- कोविड के चलते इंटरनेशनल गोल्फ टूर्नामेंट्स खेलना मुश्किल,  सर्द मौसम भी चुनौती
इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स के बारे में बात करते पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह।

चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। जीव मिल्खा सिंह इंविटेशनल गोल्फ टूर्नामेंट के मेजबान पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि कोविड महामारी के चलते दुनियाभर के वीजा नियमों में बदलाव हुआ है। इसके अलावा इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी बंद है। हर देश ने कोविड से निपटने के लिए अलग-अलग कानून बनाए हैं।

loksabha election banner

ऐसे में गोल्फर्स के लिए इंटरनेशनल गोल्फ टूर्नामेंट में हिस्सा लेना मुश्किल हुआ है। इसके अलावा दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण का खतरा भी काफी ज्यादा है, इसलिए अभी गोल्फर्स पीजीटीआइ टूर्नामेंट्स पर ध्यान दे रहे हैं।

सर्द मौसम गोल्फर्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती

गोल्फर्स के लिए जीव मिल्खा सिंह इंविटेशनल गोल्फ टूर्नामेंट में सबसे बड़ी चुनौती क्या होगी, इस बात का जवाब देते हुए लीविंग लीजेंड पद्मश्री जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि मेरे ख्याल से सिटी ब्यूटीफुल की सर्द हवाओं से बढ़कर उन्हें कोई और बड़ी चुनौती नहीं दिखती है। जीव ने बताया कि टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले तमाम प्रोफेशनल गोल्फर्स के लिए सुबह के समय अपना बेस्ट प्रदर्शन देना आसान नहीं होगा। पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ी है और इसका असर सभी गोल्फर्स के खेल पर देखने को मिलेगा।

गोल्फ में फिजिकल डिस्टेंसिंग रखना आसान

जीव मिल्खा सिंह ने बताया कि गोल्फ में ऐसा खेल है जिसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग रखना बेहद आसान है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ क्लब 115 एकड़ में फैला हुआ है। गोल्फर्स की अपनी अलग किट होती है और इसमें संक्रमण का खतरा लगभग न के बराबर होता है। बावजूद इसके हमने टूर्नामेंट में संक्रमण को रोकने के लिए तमाम तरह की गाइडलाइंस बनाई हैं। इनमें हर होल्स को खेलने के बाद सेनिटाइज किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.