Move to Jagran APP

इंटरनेशनल शूटर गौरी श्योराण को मिला इंटरनेशनल एक्स्ट्राऑर्डनरी वुमंस अवॉर्ड-2020

यह कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुआ। इस अवसर पर सम्मानित करते हुए हुए बोउलाडे ने कहा कि गौरी कम उम्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 09:52 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 09:52 AM (IST)
इंटरनेशनल शूटर गौरी श्योराण को मिला इंटरनेशनल एक्स्ट्राऑर्डनरी वुमंस अवॉर्ड-2020
इंटरनेशनल शूटर गौरी श्योराण को मिला इंटरनेशनल एक्स्ट्राऑर्डनरी वुमंस अवॉर्ड-2020

चंडीगढ़, जेएनएन। इंटरनेशनल शूटर गौरी श्योराण को शानदार खेल प्रदर्शन के लिए रविवार को इंटरनेशनल एक्स्ट्राऑर्डनरी वुमंस अवॉर्ड-2020 अंतरराष्ट्रीय असाधारण महिला सम्मान से सम्मानित किया गया। स्विटजरलैंड के जिनेवा में हुए सम्मान समारोह में गौरी श्योराण को यह सम्मान इंटनरेशनल वुमंस क्लब की अध्यक्ष मिशेल बोउलाडे ने प्रदान किया। यह कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुआ। इस अवसर पर सम्मानित करते हुए हुए बोउलाडे ने कहा कि गौरी कम उम्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है।

prime article banner

गौरतलब है कि गौर ने वल्र्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 35 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग की चैंपियन रही है व कई नेशनल व इंटरनेशनल मेडल जीत चंडीगढ़ व भारत का नाम रोशन करने में कामयाब रही है। इस कार्यक्रम में 300 लोगों ने भाग लिया, जिसमें विभिन्न राष्ट्रों की 200 महिलाएं शामिल थीं। शूटर गौरी श्योराण की काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अब तक 31 इंटरनेशनल शूङ्क्षटग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने 26 प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं।

यूट्यूब पर मैच देख दादा सिखा रहे गौरी को शूटिंग के गुर

इंटरनेशनल शूटर गौरी श्योराण ने बताया कि वह लॉकडाउन के बाद घर में ही रह रही हैं। शूटिग प्रेक्टिस करने के लिए घर पर ही टारगेट लगा रखा है, ऐसे में उन्हें और उनके भाई विश्वजीत सिंह को प्रेक्टिस करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती है। हम मिलकर प्रेक्टिस करते हैं और एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हुए खेल का लुत्फ उठाते हैं। गौरी ने बताया कि उनके दादा हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री चौधरी बहादुर सिंह को शूटिग का शौक है। इसलिए वो हमें प्रेक्टिस करते हुए अपने सुझाव देते रहते हैं, इसके लिए बाकायदा वह यट्यूब का भी सहारा लेते हैं। ऐसे में दादा आजकल हमारे कोच की भूमिका निभा रहे हैं। वह हमें जल्दी उठा देते हैं और प्रेक्टिस करने में जरा सी कोताही बर्दाश्त नहीं करते। दादा के साथ प्रेक्टिस करने का हम खूब लुत्फ उठा रहे हैं।

फिटनेस के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा

गौरी श्योराण ने बताया कि आजकल हमारा परिवार दादा-दादी के साथ रह रहा है। हमारा ज्यादातर समय धार्मिक सीरियल और न्यूज चैनल देखते हुए व्यतीत हो रहा है, इसके अलावा सारा परिवार मिलकर योग व मेडिटेशन भी करता है। पूरे परिवार ने खुद को आइसोलेट करके रखा हुआ है। कोरोना संक्रमण से बचने का एक ही उपाय है कि आप एक-दूसरे से शरीरिक दूरी बनाए रखें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.