चंडीगढ़ एमसीएम कॉलेज में वेबिनार, भारतीय महिला क्रिकेटर हरलीन दयोल ने साझा की अपनी प्रेरक कहानी
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज सेक्टर-36 में दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय कार्याशाला का आयोजन सोमवार से शुरू हुआ। कार्याशाला के पहले दिन सोमवार को मुख्य वक्ता के तौर पर टीम इंडिया क्रिकेटर और एमसीएम कॉलेज की अलुमनी हरलीन देओल शामिल हुईं।
चंडीगढ़, जेएनएन। मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज सेक्टर-36 चंडीगढ़ और मरियम अजमल महिला कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, होजाई, असम ने संयुक्त रूप से ' अराइज एक्सपेंडिंग होराइजंस अक्रॉस द ग्लोब' शीर्षक पर दो दिवसीय ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। अपनी छात्राओं को वैश्विक स्तर का कौशल तथा उनके ज्ञान क्षितिज को अकादमिक के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल से विस्तृत करने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के पहले दिन सोमवार को मुख्य वक्ता टीम इंडिया क्रिकेटर और एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन की अलुमनी हरलीन देओल थीं। हरलीन दयोल ने क्रिकेटर बनने तक की अपनी यात्रा की प्रेरक कहानी साझा की। देओल ने प्रतिभागियों से कहा कि वे कभी भी आलोचनाओं और असफलताओं से पीछे न हटें और अपने लक्ष्य के के साथ काम करें।
इस कार्यशाला में फिलीपींस, म्यांमार, श्रीलंका, इंग्लैंड, पाकिस्तान, जॉर्डन, सऊदी अरब, स्वीडन, पुर्तगाल और इराक सहित विभिन्न देशों के शोधार्थियों, संकाय सदस्यों, विद्यार्थियों सहित 900 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।विशेषज्ञों में प्रो. ताराशंकर पाल, जोहानसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका विश्वविद्यालय, प्रो. रत्न घोष, जेम्स मैकगिल प्रोफेसर एवं डब्ल्यूसी मैकडोनाल्ड प्रोफेसर ऑफ एजुकेशन, मैकगिल विश्वविद्यालय, कनाडा, डॉ सुजीत कुमार घोष, रसायन विभाग,असम विश्वविद्यालय, भारत, प्रो विनोद चौधरी, समाजशास्त्र विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, भारत, डॉ तनीमा भट्टाचार्य, फैकल्टी ग्लोबल कम्युनिटी एजुकेशन फाउंडेशन, सिडनी, ऑस्ट्रेलिया, प्रो इबादुर रहमान, किंग खालिद विश्वविद्यालय, सऊदी अरब, डॉ प्रीति गंभीर, डिपार्टमेंट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन, भारत तथा सुमन भट्टाचार्य, प्रबंधक, बंगिया ग्रामीण बिकास बैंक, पश्चिम बंगाल, भारत शामिल थे।
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने कहा कि यह कार्यशाला भारत के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों का एक सुंदर समामेलन है, जहां वे एक मंच साझा कर विद्यार्थियों विशेषकर महिलाओं के ज्ञान को समृद्ध करने के लिए एक साथ आए। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने करियर और अध्ययन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर उपलब्ध अवसरों के बारे में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन कर उनकी विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया।