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चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के ड्रामे से भारतीय ओलंपिक संघ नाराज, दोफाड़ COA में पिस अन्य स्पोर्ट्स एसोसिएशंस

चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन (सीओए) के ड्रामे से भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) खासा नाराज है। आइओए के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र ध्रुव बत्रा ने बताया कि वह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं जल्द इस पर कोई अहम फैसला लिया जाएगा।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 03:15 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 03:15 PM (IST)
चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के ड्रामे से भारतीय ओलंपिक संघ नाराज।

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन (सीओए) के ड्रामे से भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) खासा नाराज है। आइओए के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र ध्रुव बत्रा ने दैनिक जागरण से बातचीत से बताया कि वह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं, जल्द इस पर कोई अहम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसोसिएशनें क्या कर रही हैं इस पर उन्हें कोई बात नहीं करनी है, लेकिन खेल से जुड़े हर व्यक्ति व संस्था में अनुशासन होना बेहद जरूरी है।

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बता दें चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन दोफाड़ हो गई है। एसोसिएशन के एक गुट की अगुआई मौजूदा प्रेसिडेंट अमिरंदर सिंह बजाज कर रहे हैं तो दूसरे गुट की अगुआई मौजूदा महासचिव महा सिंह कर रहे हैं।

नेशनल स्पोर्ट्स कोड की अनदेखी  

दोफाड़ हुए चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के एक गुट ने इसी महीने 8 मार्च को चुनाव करवाए, जबकि दूसरे गुट के चुनाव 17 मार्च हैं। ऐसे में पहले गुट के खिलाफ खुद मौजूदा चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अमिरंदर सिंह बजाज धक्केशाही के आरोप लगा रहे हैं।  उनका कहना है कि चुनाव में रिटर्निंग ऑफिसर तय करने का अधिकार सिर्फ मौजूदा प्रेसिडेंट के पास होता है, लेकिन इस चुनाव में कौन रिटर्निंग ऑफिसर था इसकी उन्हें जानकारी तक नहीं थी। हम नेशनल स्पोर्ट्स कोड के मुताबिक 17 मार्च को चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के चुनाव करवाएंगे। हमारे साथ 28 एसोसिएशनों में से 19 एसोसिएशनों का साथ है और अन्य एसोसिएशनों को खुद के साथ जोड़ने का प्रयास जारी है। वहीं दूसरे गुट का कहना है कि उन्होंने स्पोर्ट्स कोड के मुताबिक चुनाव करवाएं हैं और शहर की तमाम खेल एसोसिएशनें उनके साथ हैं।

शहर की खेल एसोसिएशनें भी नाराज  

चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन की आपसी कलह में शहर के भिन्न खेलों की एसोसिएशनें पिस रही हैं। एसोसिएशनों की दलील है कि यह गुटबाजी अभी सामने आई है, लेकिन इसकी निष्क्रियता का प्रभाव पिछले 13 सालों से खेल की एसोसिएशनें भुगत रही हैं। पिछले 13 सालों से चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन की तरफ से कोई खेल आयोजन नहीं हुआ है। इतना ही नहीं नेशनल स्तर के टूर्नामेंट्स में सहयोग के लिए भी चंडीगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन की भूमिका न के बराबर रही है। इसलिए भारतीय ओलंपिक संघ को इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।

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