बच्चों में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा, पीजीआइ में एक साल से कम उम्र के 25 बच्चे भर्ती
तीसरी लहर शुरू होने से पहले ही बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। अस्पतालों में अब संक्रमित बच्चों के मामले ज्यादा आ रहे हैं।
विशाल पाठक, चंडीगढ़
तीसरी लहर शुरू होने से पहले ही बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। अस्पतालों में अब संक्रमित बच्चों के मामले ज्यादा आ रहे हैं। बीते 10 दिनों की माने तो पीजीआइ में जहां पांच से छह ही संक्रमित बच्चों का इलाज चल रहा था। अब पीजीआइ में 30 से अधिक संक्रमित बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया है। पीजीआइ के नेहरू एक्सटेंशन हॉस्पिटल में बने कोविड वार्ड की अगर बात करें तो बीते 10 दिन पहले यहां सिर्फ तीन से चार संक्रमित बच्चे भर्ती थे। अब यहां एक साल से कम उम्र के 25 कोरोना संक्रमित बच्चों को इलाज कोविड वार्ड में चल रहा है।
एक से 12 साल के बीच 13 संक्रमित बच्चे भर्ती
पीजीआइ में एक से 12 साल की उम्र के बीच के 13 संक्रमित बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया है। पीजीआइ के पीडियाट्रिक विभाग के सीनियर डॉक्टर राम समुझ ने कहा कि तीसरी लहर में संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों पर देखने को मिलेगा। ऐसे में उन्होंने सभी से यह अपील की है कि अगर किसी भी बच्चे को दो या तीन दिन से ज्यादा बुखार या खांसी रहे। उसका फौरन कोरोना टेस्ट करवाएं। बच्चों के बुखार यह खांसी जैसे लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें।
13 साल से अधिक उम्र के 131 मरीज भर्ती
संक्रमण का खतरा बड़े बच्चों में भी देखने को मिल रहा है। 13 साल से अधिक उम्र के पीजीआइ के कोविड वार्ड वार्ड में इस समय 131 संक्रमित मरीज भर्ती हैं। यह सभी संक्रमित मरीज 13 से 39 साल के बीच के हैं। पीजीआइ में इस समय 412 संक्रमित मरीज इलाज के लिए भर्ती किए गए हैं इनमें से 239 पुरुष और 148 महिलाएं संक्रमित हैं।
पीजीआइ में भर्ती संक्रमित मरीजों की आयु और संख्या
एक साल से कम 25
एक से 12 साल के बीच 13
13 से 39 साल के बीच 131
40 से 59 साल के बीच 134
60 से 79 साल के बीच 84
80 से अधिक उम्र 0 कोट्स
पीजीआइ में इस समय तेजी से संक्रमित बच्चों के मामले सामने आ रहे हैं। यह एक चिता का विषय है और लोगों के लिए चेतावनी है कि बच्चों का खास ख्याल रखें ताकि उन्हें संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सके।
प्रोफेसर जगतराम, निदेशक , पीजीआइ चंडीगढ़।