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जवानों को ज्यादा सैलरी ट्रांसफर कर 1.10 करोड़ ठगने वाला इंचार्ज और होमगार्ड गिरफ्तार

यूटी पुलिस विभाग के हेड कांस्टेबल और कांस्टेबलों की सैलरी बनाने वाली ए4 ब्रांच के इंचार्ज बलविदर सिंह और होमगार्ड जवान सुरजीत सिंह को शनिवार क्राइम ब्रांच की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने करोड़ों की ठगी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 08:45 AM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 08:45 AM (IST)
जवानों को ज्यादा सैलरी ट्रांसफर कर 1.10 करोड़ ठगने वाला इंचार्ज और होमगार्ड गिरफ्तार
जवानों को ज्यादा सैलरी ट्रांसफर कर 1.10 करोड़ ठगने वाला इंचार्ज और होमगार्ड गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूटी पुलिस विभाग के हेड कांस्टेबल और कांस्टेबलों की सैलरी बनाने वाली ए4 ब्रांच के इंचार्ज बलविदर सिंह और होमगार्ड जवान सुरजीत सिंह को शनिवार क्राइम ब्रांच की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने करोड़ों की ठगी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपितों पर वर्ष 2017-19 तक करीब 150 से 200 जवानों के सैलरी अकाउंट में निर्धारित पैसे से ज्यादा पैसे भेजने के बाद सेटलमेंट के नाम पर 1.10 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। जिला अदालत में पेशी के बाद दोनों आरोपितों को तीन दिन के रिमांड पर भेजा है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही मामले में दो से तीन मुलाजिमों को भी एसआइटी गिरफ्तार करेगी।

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फरवरी-2020 में ए4 ब्रांच में चलने वाली इस तरह की धोखाधड़ी के मामले में एक अज्ञात शिकायत मिलने पर जांच की गई। जांच में मामला सटीक मिलने पर सेक्टर-3 थाना पुलिस ने धारा 420, 468, 471, 120बी सहित 13(1)(बी) और 13(2) पीसी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया था। आला अधिकारियों के निर्देशानुसार मामले की जांच और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच में एक स्पेशल इंवेस्टिेगशन टीम का गठन किया गया है, जिसकी जांच के बाद दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह चलता था ठगी का खेल

जानकारी के अनुसार कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल की सैलरी का ब्यौरा बनाने और खाका तैयार रखने वाले जूनियर असिस्टेंट इंचार्ज बलविदर सिंह का होमगार्ड जवान सुरजीत सहयोगी था। आरोपित मुलाजिमों के अकाउंट में निर्धारित सैलरी से ज्यादा पैसे हर महीने ट्रांसफर कर देते थे। जिसके बाद उस मुलाजिमों के आकर बताने पर सैटलमेंट करने का हवाला देकर ज्यादा पैसे वापस ले लेते थे। उन पैसे को दोबारा ब्रांच अकाउंट में जमा करने की जगह आरोपित उन्हें गबन कर लेते थे। सूत्रों के अनुसार 50 से 60 जवान भी ऐसे हैं, जिन्होंने भी कुछ पैसे रख लेने का काम करते थे। उनकी भी पहचान करने में एसआइटी लगी हुई है।


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