जंगलात विभाग व गोल्डन फॉरेस्ट की जमीन पर अवैध माइनिंग
फॉरेस्ट की जमीन पर रात के समय अवैध माइनिग का काम जोरों पर चल रहा है।
संदीप कुमार, जीरकपुर : गांव गाजीपुर के पास ककराली की बैकसाइड पर जंगलात विभाग व गोल्डन फॉरेस्ट की जमीन पर रात के समय अवैध माइनिग का काम जोरों पर चल रहा है। रात के समय पोकलैन मशीनें लगाकर यहां से बड़ी संख्या में टिप्पर निकाले जा रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान अवैध माइनिग करने वालों ने घग्घर नदी और उसके आसपास की खेती योग्य भूमि को अवैध माइनिग से जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। इन जगहों पर कई-कई फुट गहरे खाल खोदे जा चुके हैं। माइनिग वाली जगह के साथ लगती किसानों की जमीन को इसका नुकसान पहुंच रहा है। गांव नगला व ककराली के किसानों ने बताया है कि अवैध माइनिग के कारण पानी का स्तर नीचे जा रहा है, जिससे उनकी जमीनों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। कई बार संबंधित थाने में पुलिस को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन शिकायत के बावजूद पैसे लेकर पुलिस कार्रवाई नहीं करती। माइनिग वाली जगह तक जाने वाले रास्ते पर छोड़ा जाता है पानी
हैरानी की बात तो यह है कि जहां माइनिग चल रही है, वहां तक पहुंचने वाले रास्ते पर पानी छोड़ दिया जाता है। ताकि रात के समय अवैध खनन के दौरान मौके पर पहुंचना मुश्किल हो जाए। पानी छोड़ने का मकसद भी यही है ताकि मौके के समय उन तक कोई पहुंच न कर सकें। माइनिग माफिया ने अवैध खनन करते समय जगह-जगह पर अपने कारिदे छोड़े हुए हैं, जब कोई इन जगह पर जाता है, तो वह कारिदे इशारों से काम बंद करवा देते हैं और पोकलैन मशीनें बंद कर दी जाती हैं। अवैध माइनिग करने वालों ने जीरकपुर के पीर मुच्छला, सनौली व इससे सटे घग्घर नदी के जमीनी पानी को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पहले भी गांववालों ने पकड़वाई थी दो बड़ी मशीनें
24 जुलाई 2018 को माइनिग पर लगी पाबंदी के बावजूद गांव रामपुर कलां एरिया में रात को माइनिग हो रही थी। इसको लेकर गांव के लोगों ने पुलिस प्रशासन को शिकायत की थी, जिसके बाद बनूड़ की तहसीलदार ने मौके पर जाकर दो पोकलैन मशीनों को माइनिग करते पकड़ा था। उसके बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी। हमें भी सूचना मिली थी कि सनौली व गोल्डन फॉरेस्ट में अवैध माइनिग हो रही है। हम आज भी चेकिग करने गए थे, लेकिन आज काम बंद था। रात के समय टीम लेकर दोबारा चेकिग की जाएगी।
-नरिदर, माइनिग आफिसर मैं तो अभी नया आया हूं, अभी चेक करवाता हूं कि माइनिग कहां हो रही है।
-सुरिदर कुमार, ब्लॉक ऑफिसर, फॉरेस्ट विभाग जहां से माइनिग हो रही है, वह गोल्डन फॉरेस्ट की जमीन है। वहां पुलिस की मिलीभगत से माइनिग होती है। हमारी जमीन पर हम माइनिग होने नहीं देते, फिर भी मैं फॉरेस्ट का पिछला हिस्सा चेक कर लेता हूं।
-गुरदीप सिंह, फॉरेस्ट गार्ड