फूलका की कसक, बोले-सिद्धू आप में होते तो स्थिति कुछ और होती
आप के वरिष्ठ नेता एचएच फूलका को कसक है कि नवजोत सिद्धू, मनप्रीत बादल सहित कई नेता पार्टी में नहीं आ पाए। उन्होंने कहा कि सिद्धू व ये नेता पार्टी में होते तो आज स्थिति अलग होती।
जेएनएन, मोहाली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एचएस फूलका ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी में शामिल कराया जाना चाहिए था। सिद्धू यदि पार्टी में होते तो विधानसभा चुनाव में अाप की स्थिति कुछ और होती। उनको और कुछ अन्य नेताओं को पार्टी में शामिल करना चाहिए था। इसके साथ ही मनप्रीत बादल, परगट सिंह और जगमीत बराड़ को भी शामिल कराने से पार्टी मजबूत होती। ये नेता पार्टी में शामिल होना चाहते थे, लेकिन हम चूक गए।
मनप्रीत बादल, जगमीत बराड़ व परगट सिंह काे भी आप में शामिल कराना चाहिए था
यहां एक बातचीत में फूलका ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का विस्तार होना चाहिए था। नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत बादल, जगमीत बराड़ और परगट सिंह आदि के शामिल होने से अाप का विस्तार हाेता और यह मजबूत होती। इससे चुनाव में आम आदमी पार्टी की स्थिति कुछ और ही होती।
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भगवंत मान का बयान एकदम ठीक
फूलका ने कहा कि भगवंत मान का पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी के सीएम चेहरे को लेकर बयान बिल्कुल ठीक है। यदि चुनाव में ऐसा होता तो आप का प्रदर्शन आज के मुकाबले काफी अलग होता। भगवंत मान के पार्टी छोड़ने की कयासबाजी के बारे में पूछे जाने पर फूलका ने कहा, मान इस्तीफा दे रहे है या नहीं इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने कहा कि भगवंत मान की तो पार्टी के शीर्ष नेताओं से सीधी बात है। वह पीसीए के सदस्य और केपेंन कमेटी के चेयरमैन हैं। इसके बारे में कोई और क्या कह सकता है।
संजय सिंह व दुर्गेश ने तो पद छोड़ दिए अब सुखबीर बादल कब देंगे इस्तीफा
फूलका ने इस दौरान श्ािरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम की घोषणा के बाद अाप के पंजाब प्रभारी संजय सिंह और सह प्रभारी दुर्गेश पाठक से इस्तीफा मांगा था। दोनों ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिश है। ऐसे में सुखबीर बताएं कि वह कब इस्तीफा देंगे।
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फूलका ने कहा कि अगर सुखबीर बादल पंजाबियों और अकाली दल की इतनी बुरी हालत न करते तो हम जैसे आम लोगों को राजनीति में आने की क्या जरूरत थी। इसका जवाब पंजाबियों ने उन्हें दिया है और उनकी पार्टी पंजाब में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। एक सवाल के जवाब में फूलका ने कहा कि संजय सिंह और दुर्गेश पाठक ने एमसीडी चुनावों में व्यस्तता के कारण उनके इस्तीफा देेने में देरी हुई।
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ईवीएम पर भाजपा ने ही सुप्रीम कोर्ट में दी थी याचिका
आम आदमी पार्टी द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी का मामला उठाए जाने के आधार के सवाल पर फूलका ने कहा कि इसकी शुरूआत तो भाजपा ने ही की थी। भाजपा ने ही ईवीएम में गड़बडी की बात उठाई थी। भाजपा ने तो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की थी। इसके बाद आधुनिक मशीनें लेकर आने की बात हुई थी। अगर हमारी पार्टी ईवीएम में गड़बड़ी की बात कह रही है तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कह रहे कि चुनाव रद कर दिया जाए, लेकिन लोकतंत्र में स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव तो होना ही चाहिए।