भाई की बगावत पर बोले सीएम चरणजीत चन्नी- भाई और मुख्यमंत्री दोनों का धर्म निभाऊंगा
Punjab Chunav 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने भाई और कांग्रेस नेताओं की बगावत पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि वह भाई और मुख्यमंत्री दोेनों का धर्म निभाएंगे। उन्होंने दावा किया कि पार्टी में सब कुछ ठीक है।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Punjab Chunav 2022: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कांग्रेस नेताओं और अपने भाई की बगावत पर कहा है कि वह भाई और मुख्यमंत्री दोनोंं का धर्म निभाएंगे। इसके साथ ही विधायकों के टूटने से सहमी कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। कांग्रेस ने फिरोजपुर देहाती से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमनदीप सिंह आशु बांगड़ को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। मुख्यमंत्री चन्नी ने उन्हें फिरोजपुर देहाती से ही चुनाव लड़वाने का भरोसा भी दे दिया। वहीं, टिकट बंटवारे के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने घर से शुरू हुई बगावत के भी जल्द ही शांत होने के संकेत दिए हैं।
चन्नी ने कहा, 'बस्सी पठाना के विधायक गुरप्रीत जीपी ने मेरे भाई डा. मनोहर सिंह जोकि स्वास्थ्य विभाग में एसएमओ था, का तबादला नंदपुर कलौड़ में खरड़ करवा दिया था। इसी गुस्से में भाई ने इस्तीफा दे दिया। पार्टी से टिकट न मिलने के बाद मनेाहर ने बस्सी पठाना से आजाद चुनाव लड़ने की घोषणा की।' चन्नी ने कहा कि उनका संयुक्त परिवार है। वह मुख्यमंत्री और भाई दोनों का धर्म निभाएंगे।
टूट से सहमी कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुटी, आप का उम्मीदवार तोड़ा
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री चन्नी पर पार्टी का खासा दबाव है कि वह अपने भाई को चुनाव मैदान में हटवाएं। क्योंकि, अगर मुख्यमंत्री का भाई चुनाव मैदान में रहते हैं तो इससे कांग्रेस की खासी फजीहत होगी। हालांकि मुख्यमंत्री ने अमनदीप सिंह आशु बांगड़ को कांग्रेस में शामिल करवा कर पार्टी को यह संकेत दे दिया कि वह आम आदमी पार्टी को भी चोट पहुंचा रहे हैं।
एक दिन पहले भाजपा में गए जिला प्रधान को वापस लाई कांग्रेस
इसके साथ ही एक दिन पहले ही पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए अमृतसर देहाती के अध्यक्ष भगवंत पाल सिंह सच्चर को पुन: पार्टी ज्वाइन करवाई है। दूसरी तरफ कांग्रेस की समस्या यह है कि उसके तीन विधायक पहले ही पार्टी छोड़ कर भाजपा जा चुके हैं। इनमें राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, फतेहजंग बाजवा और मोगा से विधायक डा. हरजोत कमल शामिल हैं। जबकि गढ़शंकर से टिकट कटने के बाद निमिशा मेहता भी पार्टी छोड़ कर भाजपा चली गई हैं। निमिशा मेहता की टिकट की मांग खुद चन्नी और सिद्धू कर रहे थे।
उधर, चन्नी के ही कुटुंब व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहिंदर सिंह केपी भी पार्टी छोड़ने की तैयारी में है। बता दें कि मो¨हदर सिंह केपी की बेटी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बड़े भाई मनमोहन सिंह के बेटे से ब्याही हुई है। केपी के बागी होने को लेकर चन्नी कहते हैं, वास्तव में केपी के साथ गलत हुआ है। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। इसके साथ ही चन्नी ने कहा कि पार्टी केपी के दावे पर विचार कर रही है।