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पंजाब कांग्रेस में हालत हो रही 'विस्‍फोटक', सिद्धू के ईंट से ईंट बजाने केे बयान पर हाईकमान गंभीर, रावत बाेले-बात करूंगा

Punjab Congress Dispute पंजाब कांग्रेस में छिड़ा विवाद पार्टी के राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष के सलाहकार मालविंदर सिंह माली के बाद अब खुद नवजोत सिंह सिद्धू के बयान के सामने आने के बाद हालत विस्‍फोटक बन गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 03:40 PM (IST)Updated: Sat, 28 Aug 2021 08:03 AM (IST)
पंजाब कांग्रेस में हालत हो रही 'विस्‍फोटक', सिद्धू के ईंट से ईंट बजाने केे बयान पर हाईकमान गंभीर, रावत बाेले-बात करूंगा
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत, पंजाब सीएम कैप्‍अन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह‍ सिद्धू की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। पंजाब कांग्रेस में हालात अब 'विस्‍फोटक' होते जा रहे हैं। पंजाब कांग्रेस की खींचतान पार्टी आलाकमान के लिए बड़ी समस्‍या बन गई है। कांग्रेस नेतृत्‍व केे लिए यह नहीं सुलझने वाली पहेली बन गई है। पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बयानों के बाद खुद सिद्धू के बयान ने आलाकमान के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। सिद्धू को अब आंखें दिखाने और उनके ईंट से ईंट बजाने वाने बयान पर हाईकमान गंभीर हो गया है। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि इस बारे में सिद्धू से बात की जाएगी। सिद्धू के इस तरह के बयान सही नहीं हैं।

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इससे पहले हरीश रावत ने कांग्रेस की कार्यवाहक राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनको पंजाब कांग्रेस की हालत के बारे में जानकारी दी। सिद्धू ने कथित तौर पर कहा है कि 'यदि अधिकार न  मिले तो ईंट से ईंट बजा दूंगा।'

रावत बोले- ईंट से ईंट खड़काने वाला बयान सिद्धू ने किस संदर्भ में दिया है, इस पर उनसे बात करूंगा

पूरे मामले में पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू के ईंट से ईंट खड़काने वाले बयान को पार्टी हाई कमान ने संजीदगी से लिया है। हरीश रावत ने कहा है कि वह मीडिया रिपोर्ट के हवाले से तो कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन सिद्धू से यह बात जरूर करेंगे कि उन्होंने यह बयान किस संदर्भ में दिया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू का यह कहना सही नहीं है कि उन्हें फैसले लेने से रोका हुआ है। अगर प्रधान के पास हक नहीं हैं तो किसके पास हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धू के सलाहकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बयान उनके निजी हैं और यह सलाहकार के तौर पर नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि सलाहकार का जम्मू-कश्मीर संबंधी दिया गया बयान कांग्रेस को मंजूर नहीं। यह एक संवेदनशील मामला है।

इससे पहले रावत ने यह भी कहा कि उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चार मंत्री और दो विधायक मिले थे। उनकी ज्यादातर मांगें वह सुलझा दूंगा, जो सोनिया गांधी के स्तर पर होंगी वह उनके सामने रखूंगा। उन्होंने कहा कि चूंकि पंजाब में चुनाव नजदीक हैं इसलिए इस तरह की हलचल ज्यादा है।

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि  मैंने पार्टी अध्‍यक्ष को पंजाब कांग्रेस की स्थिति के बारे में सारी जानकारी दे दी है। मैंने उनको बता दिया है कि पूरी पार्टी उनके निदेर्शों को मानेगी। पंजाब कांग्रस में कुछ परेशानी है, लेकिन उसका समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं। स्थिति अभी नियंत्रण में है।

बता दें कि सिद्धू से सलाहकार मालविंदर सिंह माली के बयानों से कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई और ऐसे में कांग्रेस को पूरे मामले पर सफाई देनी पड़ी है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने आज कहा, कांग्रेस का स्‍टैंड साफ है कि हम देश के हितों के खिलाफ किसी तरह के बयान को स्‍वीकार नहीं कर सकते।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने कश्‍मीर और पाकिस्‍तान को लेकर विवादित बयान दिया था। इसकी विपक्ष के साथ कांग्रेस के नेताओं ने भी निंदा की। वीरवार को हरीश रावत ने नवजोत सिंह सिद्धू से अपने सलाहकार मालविंदर सिंह माली को हटाने काे कहा था। रावत ने कहा था कि सिद्धू अपने सलाहकार को हटाएं अन्‍यथा हम हटा देंगे। इसके बाद मालविंदर सिंह माली ने आज सुबह सिद्धू के सलाहकार का पद छोड़ दिया। माली ने इस बारे में अपने फेसबुक पर बयान पोस्‍ट किया।

इससे पहले हरीश रावत ने आज नई दिल्‍ली में कहा था कि उन्होंने पंजाब कांग्रेस के मसले पर बातचीत के लिए कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा। मैं उनको पंजाब कांग्रेस की पूरी स्थिति से अवगत कराऊंगा। रावत ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के सभी विवाद का समाधान किया जाएगा। हरीश रावत ने बताया कि पंजाब के चार मंत्री और कुछ विधायकाें ने देहरादून में उनसे (रावत से) अपनी बात रखी।

बता दें कि पंजाब के बागी मंत्री तृप्‍त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा और सुखबिंदर सिंह सरकारिया दिल्‍ली में हैं। उनके साथ पंजाब कांग्रेस के महासचिव व विधायक परगट सिंह भी हैं। वे राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन उनको समय नहीं मिल पा रहा है। सूत्रों का कहना है कि वे राहुल गांधी के कार्यालय भी गए थे, लेकिन उनको मिलने का समय नहीं दिया गया। 


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