चंडीगढ़ में बोले डॉ. इंद्रजीत राणा- आज से हड़ताल पर रहेगी स्वास्थ्य विभाग की कोरोना सेना
चंडीगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर कार्य कर रहे कर्मचारियों ने चार मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। कर्मचारी पिछले कई वर्षों से बहुत कम वेतन पर स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर कार्य कर रहे कर्मचारियों ने चार मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। एनआरएचएम कर्मचारी एसोसिएशन पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. इंद्रजीत सिंह राणा ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारियों सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले स्वास्थ्य विभाग के लगभग नौ हजार कर्मचारी हैं। ये कर्मचारी पिछले कई वर्षों से बहुत कम वेतन पर स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहे हैं। बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पंजाब में इस समय स्थिती ओर भी ज्यादा खराब हो सकती है। पंजाब में इस समय कोरोना संक्रमण के केस रोजाना बढ़ रहे है और मौत के बढ़े आंकड़े भी डरा रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले ये कर्मचारी कोरोना युद्ध में अपनी जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं, लेकिन ये आज भी अनुबंध पर हैं। राज्य के नेता ने कहा कि हड़ताल उनका शौक नहीं, लेकिन एक मजबूरी है। यही कारण है कि कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। पंजाब सरकार इनकी मांग को पूरा करने के बजाय इस दौर में भी हर प्रकार के नुकसान को वहन करने के लिए तैयार है। कोरोना फाइटिंग आर्मी के रूप में कोरोना फाइटिंग आर्मी चार मई से स्वास्थ्य विभाग के सभी काम बंद कर रहे हैं। अधिकांश कर्मचारी आपातकालीन रिपोर्टिंग, कोरोना सैंपलिंग व टीकाकरण आदि में लगे हुए हैं।
हड़ताल के चलते आपातकालीन सेवाओं के बंद होने से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी। पंजाब पहले से ही कोरोना महामारी के कारण संकट से गुजर रहा है। उन्होंने मांग की है कि राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री कर्मचारियों की मांगों को व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करके समय पर पूरा करें ताकि कोरोना महामारी को ठीक से नियंत्रित किया जा सके।
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