पंजाब कांग्रेस का घमासन सुलझाने चंडीगढ़ पहुंचे हरीश रावत, कैप्टन और सिद्धू संग करेंगे बैठक
Punjab Congress Tussle पंजाब कांग्रेस में घमासान को काबू करने और पार्टी नेताओं के विवाद के हल के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। वह थोडी़ ही देर में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू व अन्य नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। Punjab Congress Tussle: पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के समाधान के बीच पार्टी के प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। रावत पंजाब के चार मंत्रियों और करीब दो दर्जन विधायकों द्वारा सीएम कैप्टन अमरिंदर का विरोध करने से पैदा हालात पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही वह प्रमुख रूप से सीएम कैप्टन अमरिंदर और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद को भी खत्म करने की कोशिश करेंगे। वह दोनों नेताओं के साथ बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि रावत पिछले दिनों सिद्धू के ईंट से ईंट बजाने वाले बयान पर भी उनसे जवाब मांगेंगे।
चंडीगढ़ पहुंचने पर हरीश रावत ने कहा कि थोड़ा बहुत विवाद है। इसी वजह से मैं यहां पर पहुंचा हूं। लेकिन, कांग्रेस में कोई ग्रुप नहीं है और पंजाब में कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है और जल्द ही सभी पक्षों से मुलाकात करके सभी की बात सुन लूंगा और सभी की राय का भी स्वागत है। अभी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह रावत और अन्य नेताओं को बुलाया है। कई बार कैप्टन और सिद्धू एक टेबल पर बैठकर बातचीत कर चुके हैं और अगर आगे जरूरत होगी तब भी उनको एक साथ बिठाकर बातचीत की जा सकती है।
हरीश रावत ने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी कि मैं सभी के लिए अवेलेबल हूं और मीडिया से बातचीत करने की बजाय पार्टी स्तर पर मुझसे बात करें। पंजाब भवन में होने वाली बैठक में परगट सिंह, कुलजीत नागर, कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी पहुंच चुके है। नवजाेत सिंह सिद्धू का इंतजार हो रहा है।
बता दें कि पिछले दिनों पंजाब के चार कैबिनेट मंत्रियों तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा , सुखबिंदर सिंह सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी ने करीब दो दर्जन विधायकों के साथ बैठक कर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत कर दी थी। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर में विश्वास नहीं होने की बात करते हुए सीएम को बदलने की मांग तक कर दी थी।
ये मंत्री हरीश रावत से मिलने देहरादून गए थे। इसके बाद तीन बागी मंत्री व कुछ विधायक राहुल गांधी व कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली गए थे, लेकिन उनको मिलने का समय नहीं दिया गया और वे निराश होकर चंडीगढ़ वापस आ गए।
पूरे मामले पर हरीश रावत ने साेनिया गांधी और राहुल गांधी को विस्तृत रिपोर्ट दी और पंजाब कांग्रेस में स्थिति के बारे में जानकारी दी। माना जा रहा है कि आलाकमान द्वारा रावत को चंडीगढ़ जाकर मामले का समाधान करने का आलाकमान ने निर्देश दिया।
इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू की कांग्रेस आलाकमान को कथित रूप से ईंट से ईंट बजाने की धमकी देने का वीडियो सामने आया। इससे कांग्रेस में हड़कंप मच गया। हरीश रावत ने भी सिद्धू केे इस बयान पर सवाल उठाया और कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष हैं तो उनको निर्णय लेने से कौन रोक सकता है।
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सिद्धू बोले, अपने ईट से ईट बजाने वाले बयान पर कायम
अमृतसर। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि वह अपने ईंट से ईंट बजाने वाले बयान पर कायम हैं। बता दें कि पिछले दिनों उद्योगपतियों की बैठक में सिद्धू ने कहा था कि अगर उन्हें निर्णय लेने नहीं दिए गए तो वह ईट से ईट बजा देंगे।
सोमवार को राम मंदिर के गेट के निर्माण का शुभारंभ करने पहुंचे सिद्धू से जब सिद्धू से इस बाबत पूछा गया तो पहले तो कन्नी काटते दिखे, फिर उन्होंने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं। जब उनसे पूछा गया कि ईंट से ईंट बजाने का बयान किसके संदर्भ में है तो इस पर वह कुछ नहीं बोले। सिर्फ यह कह गए कि मैंने जो कहना था, वह फेसबुक पर डाला हुआ है। जब उनसे यह पूछने का प्रयास किया कि शिअद विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया की ओर से उन पर तीखे तंज कसे जा रहे हैं, इस पर वह मुस्कुराने लगे। फिर अपने ही अंदाज में गाड़ी का शीशा बंद कर अगले कार्यक्रम के लिए निकल गए।