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हरीश राय चौधरी बन सकते हैं पंजाब कांग्रेस प्रभारी, चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने में भी निभाया था मेन रोल

पंजाब कांग्रेस प्रभारी की कमान हरीश राय चौधरी को सौंपी जा सकती है। कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी को बदलने का फैसला किया है और किसी भी समय एक नए प्रभारी की घोषणा की जा सकती है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 09:32 AM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 09:32 AM (IST)
हरीश राय चौधरी बन सकते हैं पंजाब कांग्रेस प्रभारी, चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने में भी निभाया था मेन रोल
चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने में हरीश चौधरी की अहम भूमिका है। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश रावत की जगह लेंगे। पता चला है कि कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी को बदलने का फैसला किया है और किसी भी समय एक नए प्रभारी की घोषणा की जा सकती है। बता दें कि हरीश चौधरी पहले ही पंजाब कांग्रेस के सह प्रभारी रह चुके हैं और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से उनके अच्छे संबंध हैं।

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बीते माह कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी आलाकमान द्वारा भेजे गए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अजय माकन और हरीश रावत के साथ हरीश चौधरी को भी पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद हुए तमाम घटनाक्रमों को समेटने में हरीश चौधरी की भूमिका अहम मानी जा रही है। खासकर अनुसूचित जाति से चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद सौंपकर राजनीतिक समीकरण बदलने में हरीश चौधरी की अहम भूमिका है।

इससे पहले पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत, जिन्हें उत्तराखंड में चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन की कमान सौंपी गई है। रावत ने पार्टी प्रधान सोनिया गांधी से उन्हें पंजाब मामलों के प्रभार से मुक्त करने की मांग की थी ताकि वह उत्तराखंड के चुनाव में ध्यान दे सकें। इससे पहले कि पार्टी इस पर कोई फैसला ले पाती, पंजाब में कांग्रेस की कलह शुरू हो गई। पार्टी के 43 विधायकों ने तुरंत सीएलपी की मीटिंग बुलाने की मांग की और कहा कि सही रिपोर्ट लेने के लिए पार्टी पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय नेताओं को भेजे। पार्टी ने इसे निपटाने के लिए तीन पर्यवेक्षक भेजे जिनमें पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत, अजय माकन और हरीश चौधरी शामिल थे।

इस सीएलपी की मीटिंग को लेकर कैप्टन ने नाखुशी व्यक्त करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए चले सारे घटनाक्रम में हरीश चौधरी ने भी अहम भूमिका निभाई। उसके बाद नियुक्तियों को लेकर भी चरणजीत सिंह चन्नी के फैसलों से सहमत दिखे। हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा इकबाल प्रीत सिंह सहोता की पुलिस प्रमुख के रूप में नियुक्ति और एपीएस देओल को पंजाब के महाधिवक्ता के रूप में नियुक्त किए जाने के विरोध में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के इस्तीफे से उत्पन्न संकट को भी संबोधित किया। मंत्री परगट सिंह ने अहम भूमिका निभाई है। इन तमाम घटनाक्रमों को देखते हुए पार्टी ने पंजाब की बागडोर हरीश चौधरी को सौंपने का फैसला किया है।


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