जीरकपुर में भीषण आग, 170 से ज्यादा खोखे राख, सिलेंडर फटने से घरों के शीशे चटके
जागरण संवाददाता, मोहाली : अंबाला हाईवे पर अस्थायी तौर पर बनी सब्जी मंडी में सोमवार रात लगभग 10
जागरण संवाददाता, मोहाली : अंबाला हाईवे पर अस्थायी तौर पर बनी सब्जी मंडी में सोमवार रात लगभग 10 बजे भीषण आग लग गई, जिसमें 170 खोखे जलकर राख हो गए। मंडी एसी नेशनल स्कूल के पास बने पेट्रोल पंप के बिल्कुल निकट प्रीत कॉलोनी के पास है। आग लगने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। हालाकि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। खबर लिखे जाने तक आग पर काबू पाया जा रहा था। मार्केट में कपड़े व जूते के अलावा खाने-पीने व सब्जी की दुकानें थी। जिनमें गैस सिलेंडर रखे थे। आग लगने के बाद सिलेंडर फटने शुरू हो गए, जिससे आग और भड़क गई। फायर बिग्रेड को सूचना देने के बाद करीब आधे घटे बाद एक फायर टेंडर मौके पर पहुंचा। लेकिन तब तक आग भंयकर रूप ले चुकी थी। इसके बाद आग पर काबू पाने के लिए मोहाली, डेराबस्सी व पंचकूला से फायर टेंडर मंगवाए गए।
आग में फटे तीन सिलेंडर
मौके पर पहुंचे फायर बिग्रेड के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक तीन सिलेंडर फटने की पुष्टि हुई है। लेकिन कुल कितने सिलेंडर फटे, इसकी सही जानकारी आग पर पूरी तरह से काबू पाए जाने के बाद ही पता चलेगा। दमकल के कर्मचारियों ने कहा कि जूते व चमड़े, सब्जी की बोरियों के कारण आग ज्यादा भड़की। मार्केट में रखे सिलेंडर कमर्शियल थे या घरेलू, साफ नहीं हो पाया है। हालाकि कई छोटे सिलेंडर होने की बात कही जा रही है। क्योंकि शाम के समय खाने-पीने की चीजें बेचने के लिए इन सिलेंडरो का इस्तेमाल किया जाता था।
लोगों के घरों के शीशों में आई दरारें
आग लगने से सिलेंडर फटने के कारण मार्केट के आसपास व प्रीत कॉलोनी के घरों के शीशे चटक गए। प्रीत कॉलोनी निवासी राजेश ने कहा कि पहले तो ये समझे कि कोई बम धमाका हुआ है। लेकिन फिर आग लगने की खबर पता चली। राजकुमार ने बताया कि उनका घर मार्केट से महज 50 मीटर दूर है। आग लगने के कारण उनके घर के शीशे चटक गए।
जीरकपुर में इस साल की चौथी सबसे बड़ी घटना
जीरकपुर में इस साल की ये चौथी सबसे बड़ी घटना है। इससे पहले जीरकपुर के पीर मुछल्ला में तीनमंजिला निर्माणाधीन इमारत गिर गई थी। हालाकि इसमें किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। इसके अलावा तीन बार और बड़ी आग लग चुकी है। जिनमें दो गोदामों व एक केमिकल फैक्ट्री में आग लगना शामिल है। जीरकपुर फ्लाईओवर के नीचे लगा जाम, ट्रैफिक डायवर्ट
आग के बाद जीरकपुर फ्लाईओवर के नीचे जाम लग गया। जिसके बाद मैकडोनल्ड के पास से ही लोगों ने अपनी गाड़ियों को मोड़ना शुरू कर दिया। हालाकि दिल्ली जाने वाले ट्रैफिक को इतनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन जो जीरकपुर शहर की लोकल कॉलोनियों में लोग रहते थे, उन्हें दिक्कतें हुई। वहीं, कुछ लोगों ने आग को देखने के लिए फ्लाईओवर के ऊपर ही वाहन खड़े कर दिए।
जीरकपुर के पास नहीं अपना फायर स्टेशन
जीरकपुर के पास अपना कोई फायर स्टेशन नहीं है। आग लगने की सूरत में जीरकपुर मोहाली, डेराबस्सी, चंडीगढ़ व पंचकूला पर पूरी तरह निर्भर है। हालाकि जीरकपुर में कई हाईराइज बिल्डिंग हैं। जिनमें कभी भी आग की कोई बड़ी घटना हो सकती है। इन बिल्डिंगों में आग से निपटने के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। जीरकपुर में फायर स्टेशन खोलने की योजना है, जोकि कागजों तक ही सीमित है।
दुकानदार बोले, साजिश है
दुकानदार नरेंद्र पाली ने बताया कि आग के कारण उनका 26 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, अंकुर ने बताया कि उनकी 9 दुकानें हैं, जिनमें करीब 40 लाख का सामान पड़ा था। दुकानदारों ने कहा कि उनकी दुकानें 9 बजे बंद हो जाती है। ऐसे में लगभग 10 बजे आग कैसे लगी। साजिश होने की बात कहते हुए जाच की मांग की। पीड़ित दुकानदार रविंदर, चमकौर सिंह ने आरोप लगाया कि मार्केट में दो चौकीदार हैं। करीब रोजाना की तरह साढे़ 9 बजे वे घर चले जाते हैं। परंतु आज दुकान बंद करने उपरात उन्हें एकाएक एक के बाद एक लगातार फोन आए कि उनकी दुकानों में आग लग गई है। जिसके बाद देखते ही देखते सिलेंडर फटने से हुए धमाकों के बाद सड़क पर जाम लग गया। हादसे में 170 दुकानें जलकर राख हो गई।
प्रशासन व पुलिस के अधिकारी पहुंचे
मौके पर मौके पर प्रशासन व पुलिस के अधिकारी पहुंचे। प्रशासन की ओर से आग लगने के जाच के आदेश दे दिए गए हैं। मंगलवार को प्रशासन के आलाधिकारी मौके का दौरा करेंगे। वहीं, दुकानदारों की ओर से मुआवजे की माग की गई है।