Mid-Day-Meal का अनाज घर तक व पकानेे की राशि Students के Bank account में पहुंचाएगी सरकार
Corornavirus संक्रमण के कारण पंजाब सरकार मिड डे मील का अनाज विद्यार्थियों के घर तक पहुंचाएगी जबकि इसको पकाने की राशि उनके बैंक अकाउंट्स में डाली जाएगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। राज्य में कोरोना वायरस (Coronavirus) को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजऱ पंजाब सरकार ने विद्यार्थियों को उनके घरों में सीलबंद पैकेटों द्वारा मिड-डे-मील (mid day meal) का अनाज मुहैया करवाने का फ़ैसला किया है। शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने बताया कि अनाज के अलावा शिक्षा विभाग द्वारा मिड-डे-मील की खाना पकाने की लागत भी स्कूली विद्यार्थियों के बैंक खातों में डाली जाएगी।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि सभी जि़ला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को पहले ही यह प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं क्योंकि खाना पकाने की लागत और अनाज का वितरण पहले ही जि़लों में किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अनाज की मात्रा और खाना पकाने की लागत पहले ही निर्धारित कर दी गई है और लाभपात्रियों को 23 मार्च, 2020 से 15 अप्रैल, 2020 तक मिड-डे-मील संबंधी लाभ मिल जाएगा।
मंत्री ने बताया कि प्राइमरी के विद्यार्थियों के लिए खाना पकाने की प्रतिदिन प्रति बच्चा लागत 4.48 रुपये की राशि निर्धारित की गई है और 100 ग्राम गेहूं और चावल प्रति बच्चा प्रतिदिन दिए जाएंगे, जबकि उच्च प्राइमरी विद्यार्थियों के लिए खाना पकाने की लागत 6.71 रुपये प्रतिदिन रखी गई है और 150 ग्राम अनाज दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों को भी निर्देश दिए गए हैं कि कर्फ्यू के दौरान फीस जमा न करवा पाने वाले अभिभावकों से कोई लेट फीस न वसूली जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी स्कूल अभिभावकों को ऑनलाइन या किसी अन्य तरीके से फीस जमा करवाने के लिए मजबूर नहीं करेगा। मंत्री ने कहा कि इस संबंध में पहले ही दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं और यदि कोई स्कूल इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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