ऑनलाइन पढ़ाई के मामले में लड़कियां लड़कों से आगे, छात्र इंटरनेट से ढूंढ रहे पढ़ाई से जुड़ी हर जानकारी
सर्वे में 690 में से 565 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिसमें पता चला कि 94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई के प्लेटफार्म का प्रयोग कर रहे हैं।
चंडीगढ़,[वैभव शर्मा]। लाॅकडाउन में किताबों के महत्व पर पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सोशल वर्क विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव गौड़ ने एक सर्वे किया है। अप्रैल माह में हुए इस सर्वे में गौरव के साथ एमसीएम कॉलेज-36 रिसर्च सेंटर की सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर कोमिल त्यागी और पीजीआइ के सामुदायिक चिकित्सा और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग की साइंटिस्ट डॉ. मीनाषी शर्मा ने उनका साथ दिया। सर्वे की थीम रीडरशिप अमांग कॉलेज स्टूडेंट्स डियूरिंग कोविड-19 लॉकडाउन रखी गई थी।
गौरव ने बताया कि 94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई के प्लेटफार्म का प्रयोग कर रहे हैं। यह स्टूडेंट्स इंटरनेट से हर उस कंटेंट को पढ़ रहे है जो उनकी पढ़ाई और अन्य जानकारी वाली बातों से जुड़ा है।
55 फीसद लड़कियां कर रही है ऑनलाइन पढ़ाई
सर्वे में एक बात सामने आई है कि ऑनलाइन पढ़ाई में लड़कों से ज्यादा लड़कियों की भागेदारी देखने को मिल रही है। लड़कों के मुकाबलें 55 फीसद लड़कियां ऑनलाइन पढ़ाई में निरंतर रूप से हिस्सा ले रही हैं। वहीं देश में 60 फीसद स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो पहली बार ऑनलाइन या इंटरनेट पर मौजूद कंटेंट से पढ़ाई कर रहे है।
डाॅ. गौरव गोड़, असिस्टेंट प्रोफेसर, सेंटर फॉर सोशल वर्क, पंजाब यूनिवर्सिटी।
सर्वे में भाग लेने वाले 84 फीसद स्टृूडेंट्स 18 से 23 वर्ष के
लॉकडाउन में बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई और इंटरनेट से क्या-क्या पढ़ रहे है, इस विषय पर सवाल किए गए थे। सर्वे में उत्तर भारत के शहरों से 18 से 23 वर्ष के बच्चों ने हिस्सा लिया। इस उम्र के बच्चों की भागेदारी फीसद 84 था। सर्वे में भाग लेने वाले 690 स्टूडेंट्स में से 73 फीसद स्टूृडेंट्स ग्रेजुएट थे, 18 फीसद स्टूडेंट्स ऐसे थे जो पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे है और नौ फीसद स्टूडेंट्स ऐसे थे जो पीएचडी कर रहे है। उसके अलावा 24 फीसद स्टूडेंट्स एेसे रहे जो इंटरनेट से कोविड-19 से जुड़े सभी आर्टिकल पढ़ रहे हैं।
सर्वे में यह मुख्य बातें आई सामने
- 690 में से 565 प्रतिभागियों ने सर्वे में लिया हिस्सा
- 81.8 फीसद बच्चों ने दिया सर्वे को रिस्पांस
- 38.41 फीसद स्टूडेंट्स ने कहा कि वह घर पर बैठ किताबें पढ़ रहे हैं
- 33.27 फीसद स्टूडेंट्स का कहना, जो भी इंटरनेट पर रेंडमली मिल रहा है, उसे पढ़ रहे हैं
- 24 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर कोविड-19 से जुड़े आर्टिकल पढ़ रहे हैं
- 04 फीसद स्टूडेंट्स का कहना उन्हें पढ़ाई करना नहीं लगता अच्छा
- 57.3 फीसद स्टूडेंट्स ने कहा वह घर पर रह है खुश
- 17.1 फीसद स्टूडेंट्स का कहना उन्हें घर पर रहना नहीं लग रहा अच्छा
- 19.1 फीसद स्टूडेंट्स ने कहा कि उन्हें काेई फर्क नहीं पढ़ रहा है
- 06.37 फीसद स्टूडेंट्स घर पर रहने से है मायूस
- 05.8 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पढ़ाई में नहीं ले रहे हिस्सा
- 94 फीसद स्टूडेंट्स इंटरनेट पर हर ऑनलाइन पढ़ाई प्लेटफार्म का ले रहे लाभ