दो मार्च से गेस्ट फैकल्टी मांगों को लेकर करेंगे हड़ताल
सरकारी कॉलेजों में पिछले 15 साल से काम कर रहे गेस्ट फैकल्टी का भविष्य दांव पर।
संस, डेराबस्सी : सरकारी कॉलेजों में पिछले 15 साल से काम कर रहे गेस्ट फैकल्टी का भविष्य दाव पर लग गया है। पंजाब के 48 सरकारी कॉलेजों में 1000 के करीब गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर अपनी सेवाएं निभा रहे हैं, परन्तु सरकार द्वारा इनका लगातार आर्थिक-शोषण किया जा रहा है। लंबे समय से गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर पांच हजार, सात हजार या 10 हजार की मामूली रकम पर अपना और परिवार का पोषण कर रहे हैं। परन्तु इस दौरान सरकार द्वारा इनके प्रति कोई ध्यान नहीं दिया गया। गेस्ट फैकल्टी सहायक प्रोफेसर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान हरमिदर सिंह डिपल द्वारा चेतावनी दी गई कि अगर सरकार द्वारा उनकी वाजिब मांगों को नहीं माना गया तो उन्हें संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने बताया 1996 से पंजाब के सरकारी कॉलेजों में नियमित नियुक्ति नहीं हुई है। उनके अनुसार गेस्ट फैकल्टी का चयन योग्यता के अनुसार किया गया तथा कई गेस्ट फैकल्टी को काम करते हुए 17 वर्ष से अधिक समय भी हो गया है और इनमें से कई सरकारी नौकरी करने की आयु-सीमा भी पूरी कर चुके हैं। उन्होंने कहा 19 फरवरी को सरकार द्वारा 10 साल या इससे अधिक समय से कार्य कर रहे अध्यापकों को नियमित करने के लिए जो पत्र और शर्ते रखी गई, वह हमें मंजूर नहीं है। मुख्यमंत्री से नहीं करवाई मुलाकात
अगर सरकार इनके आधार पर अध्यापकों को नियमित करता है तो कोई भी अध्यापक इसमें शामिल नहीं होगा। उन्होंने कहा अगर गेस्ट फैकल्टी सहायक प्रोफेसर एसोसिएशन पंजाब की मुलाकात मुख्यमंत्री पंजाब से नहीं करवाई गई तथा इन शर्तो को वापस नहीं लिया जाता है तो सभी गेस्ट फैकल्टी, विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ सड़कों पर आकर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा दो मार्च को सरकारी कॉलेजों को बंद करके तीखा संघर्ष किया जाएगा।