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शहरवासियों को 24 घंटे पानी देने के लिए स्मार्ट सिटी ने फ्रांस से मांगे 800 करोड़ Chandigarh News

कमिश्नर केके यादव का मानना है कि उम्मीद है कि नवंबर तक यह राशि मंजूर करवाने का प्रयास रहेगा। उसके बाद शहर में इस प्रोजेक्ट के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा।

By Edited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 11:33 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 02:20 PM (IST)
शहरवासियों को 24 घंटे पानी देने के लिए स्मार्ट सिटी ने फ्रांस से मांगे 800 करोड़ Chandigarh News
शहरवासियों को 24 घंटे पानी देने के लिए स्मार्ट सिटी ने फ्रांस से मांगे 800 करोड़ Chandigarh News
चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के लिए स्मार्ट सिटी को 800 करोड़ रुपये की जरूरत है। स्मार्ट सिटी ने इस लोन राशि के लिए अपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट फ्रांस सरकार को सौंप दी है। कमिश्नर केके यादव का मानना है कि उम्मीद है कि नवंबर तक यह राशि मंजूर करवाने का प्रयास रहेगा। उसके बाद शहर में इस प्रोजेक्ट के लिए काम शुरू कर दिया जाएगा। डीपीआर के अनुसार प्रोजेक्ट के लिए शहर की पूरी वाटर पाइप लाइन को बदला जाएगा और ओवरहेड टैंकरों का शहर में निर्माण किया जाएगा। इससे पहले जब फ्रांस सरकार का डेलिगेशन इस प्रोजेक्ट के लिए शहर में आया था तो उस समय 550 करोड़ रुपये तक की राशि देने की बात की गई थी लेकिन अब स्मार्ट सिटी इस प्रोजेक्ट पर आने वाली सारी राशि फ्रांस सरकार से चाहता है।

अधिकारियों के अनुसार अगर राशि कम पड़ेगी तो स्मार्ट सिटी बाकी फंड अपने बजट में खर्च करेगी। मालूम हो कि कजौली वाटर व‌र्क्स के पांचवें और छठे फेज का काम पूरा हो गया है। अगले माह तक इन दोनों प्रोजेक्ट्स से 29 एमजीडी अतिरिक्त पानी मिलना शुरू हो जाएगा। बिना रेट बढ़ाएं लोन नहीं चुका सकता है प्रशासन स्मार्ट सिटी के तहत जो शहरवासियों को 24 घंटे पानी की सप्लाई देने का प्रोजेक्ट है, उसका बोझ भी शहरवासियों पर पड़ेगा। बिना रेट बढ़ाए प्रशासन फ्रांस सरकार से लिया हुआ लोन वापस नहीं चुका सकता है। 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू होने पर पानी का रेट अभी के मुकाबले में ढाई से तीन गुना महंगा हो जाएगा। बिना रेट बढ़ाए पानी की सप्लाई नहीं बढ़ाई नहीं जा सकती है।

ठोस आश्वासन के बाद ही पैसे देगा फ्रांस
फ्रांस सरकार उस समय तक लोन नहीं देगी जब तक उन्हें राशि वापस आने का कोई आश्वासन न दिखे। इस समय ही नगर निगम को वाटर सप्लाई से हर साल 80 करोड़ रुपये का घाटा पड़ रहा है। जबकि इस समय सुबह और शाम 4-4 घंटे शहरवासियों को पानी मिलता है। 24 घंटे सप्लाई शुरू होने से यह घाटा दोगुना हो जाएगा। बिजली के प्रयोग से पंपिंग मशीनें 24 घंटे चलेंगी। प्रेशर बढ़ाने के लिए दूसरे उपकरणों का भी प्रयोग किया जाएगा। इस समय नगर निगम को सबसे बड़ा घाटा ही पानी से पड़ रहा है। साल 2011 से लेकर अभी तक पानी के रेट नहीं बढ़े जबकि रेट बढ़ाकर घाटा पूरा करने का प्रस्ताव हर साल सदन में आता है और सदन यह कहकर प्रस्ताव खारिज कर देता है कि जब 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू होगी तभी रेट बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा।

पानी की बचत भी होगी
स्मार्ट सिटी का मानना है कि 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू होने से बचत भी होगी। 24 घंटे सप्लाई मिलने पर शहरवासियों में जो इस समय पानी को स्टोर करने की आदत है, वह छूट जाएगी क्योंकि नल खोलने पर उन्हें हर समय पानी मिल जाएगा। इस समय पूरे देश में सबसे ज्यादा चंडीगढ़ के निवासियों को पानी मिल रहा है। यहां पर प्रति व्यक्ति औसत 235 लीटर पानी मिल रहा है। जबकि रेट हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से भी कम है।

रिपेयर के लिए चाहिए 200 करोड़
इंजीनियरिंग विंग के अनुसार कजौली वाटर व‌र्क्स और फेज-3 की पाइप की रिपेयरिंग होनी है। इस काम के लिए नगर निगम को 200 करोड़ अलग से चाहिए। जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें इस रिपेयर का भी जिक्र किया गया है। क्योंकि 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के लिए यह रिपेयरिंग होना बहुत जरूरी है।

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