ग्राहकों को रेहड़ी-फड़ी वालों की लूट खसोट से बचाए प्रशासन, फोसवा ने अपनी मंडी शुरू करवाने के लिए किया अनुरोध
street vendors in Chandigarhः फोसवा के जनरल सेक्रेटरी जेएस घुम्मन ने बताया कि उन्होंने इस बारे एक पत्र प्रशासक के सलाहाकार और तथा एक पत्र उपायुक्त यूटी चंडीगढ़ को लिख कर अपनी मंडी फिर से शुरू करने के लिए प्रार्थना की है।
चंडीगढ़, जेएनएन। फोसवा की कार्यकारिणी की बैठक वी एन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सर्वसमिति से यह निर्णय लिया गया कि चंडीगढ़ प्रशासन व उपायुक्त यूटी चंडीगढ़ को फोसवा की ओर से पत्र लिख कर अनुरोध किया जाए कि विभिन्न विभिन्न सेक्टर मे जो कोविड-19 का प्रकोप फैलने से पहले सब्जियों तथा फलों के लिए मंडीकरण बोर्ड खरड़ (पंजाब) की ओर से अपनी मंडी साप्ताहिक स्तर पर लगाई जाती थी उन्हें फिर से शुरू किया जाए।
दरअसल जो रेहड़ी-फड़ी वाले उन मंडियों में अपनी रेहड़ी-फड़ी लगाते थे वह अब मारे मारे चोरी चोरी सेक्टरों में लुक छिपकर थोड़ा-बहुत कारोबार करके अपना गुजारा कर रहे हैं। इन रेहड़ी-फड़ी वालों के पास वेडिंग का लाइसेंस भी नहीं है और न ही वह यह लाइसेंस बनवाना चाहते हैं। उनकी वित्तीय स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ रही है और इसी के चलते काफी महंगी दरों पर वह फल व सब्जियों को बेचते है। इससे आम ग्राहकों से भी लूट खसोट हो रही है, यदि यह मंडियां लगनी शुरू हो जाती है तो खरीदारों को ताजी सब्जी मिलेगी और ठीक व तय रेट पर मिलेगी। खरीददार लूट खसोट से भी बचे रहेंगे।
फोसवा के जनरल सेक्रेटरी जेएस घुम्मन ने बताया कि उन्होंने इस बारे एक पत्र प्रशासक के सलाहाकार और तथा एक पत्र उपायुक्त यूटी चंडीगढ़ को लिख कर अपनी मंडी फिर से शुरू करने के लिए प्रार्थना की है।