MCM में मनाया गया वन महोत्सव, कहा- अब तक हुए नुकसान की भरपाई करना हमारी जिम्मेदारी
डॉ. निशा भार्गव ने इस अवसर पर कहा कि ग्लोबल वार्मिंग जलवायु परिवर्तन प्रजातियों का विलुप्त होना आदि मानव द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन का परिणाम है।
चंडीगढ़, जेएनएन। प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन-36 ने बुधवार को अपने वार्षिक वृक्षारोपण कार्यक्रम 'वन महोत्सव' का आयोजन किया। प्रिंसिपल डॉ निशा भार्गव के नेतृत्व में कॉलेज के बॉटनी विभाग द्वारा इस वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया।
इस अभियान का उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों को एक स्वच्छ और हरियाली वाले वातावरण प्रदान करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता का संदेश फैलाना है। डॉ. निशा भार्गव ने इस अवसर पर कहा कि ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, प्रजातियों का विलुप्त होना आदि मानव द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन का परिणाम है और अब तक हुए नुकसान को दूर करना हमारी जिम्मेदारी है।
इस वृक्षारोपण अभियान में औषधीय महत्व के पौधों को कॉलेज की ऋषि वाटिका, ग्रीन हाउस और कृत्रिम वन सहित कॉलेज के विभिन्न क्षेत्रों में लगाया गया था। इस दौरान कोविड-19 महामारी के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुई परिस्थितियों में आवश्यक मानदंडों का पालन करने की अपील की गई।
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लॉकडाउन में बिछड़े प्रेमियों पर गाया गाना
लॉकडाउन विषय पर गीत बनने लगे हैं। इसके तहत गायक अकुल ने गीत बहाना को रिलीज किया। जिसमें उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बिछड़े प्रेमियों को समर्पित किया। अकुल ने कहा कि उन्होंने इस गीत को खुद लिखा। दरअसल, लॉकडाउन के दौरान प्रेमी हो या कोई खास रिश्ता, हम एक दूसरे से मिल नहीं पाए। ऐसे में उस तड़प को इस गीत में दर्शाना चाहता था। इस गीत को खुद ही लिखा। इसमें एके स्कारात्मक संदेश देना मेरी चाहत थी। दरअसल, पिछले वर्ष मेरे गीत आई लव यू से मुङो अच्छी प्रतिक्रिया मिली। उसमें मेरे साथ लीविया ने कार्य किया था। जिसे मैं दोबारा इस गीत में लेकर आया। इस गीत की खासियत ये है कि इसे हमने लॉकडाउन के दौरान ही शूट किया। ये गीत वायरल ऑरिजल्स के तहत तैयार किया। उम्मीद है लोगों को ये पसंद आएगा।