पंजाब यूनिवर्सिटी में एबीवीपी के 5 छात्र नेताओं ने छात्रा से की रैगिंग
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़:पंजाब यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर बेहद ही गंभीर मामला सामने आया
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़:पंजाब यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर बेहद ही गंभीर मामला सामने आया है। एबीवीपी से ही जुड़ी रही एक स्टूडेंट ने ही संगठन के पाच छात्र नेताओं की प्रताड़ना से आजिज आकर यूजीसी रैगिंग कमिशन और पीयू प्रशासन को शिकायत की है , जिस पर संज्ञान लेते हुए तुंरत वहा से पीयू प्रशासन को मामले को लेकर जवाब तलब किया। पीयू को मामले पर एक्शन लेने को कहा गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पीयू प्रशासन ने 21 सदस्यीय हाई पावर कमेटी की बैठक बुलाई जो करीब 9घटे तक चली। पीड़िता ने आरोपितों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित व अपमानित करने, धमकी देने, शिकायत वापस लेने और रसूख के चलते डराने के आरोप लगाए हैें। वहीं मामले में यह भी सामने आया है कि कमेटी के सदस्यों को रैगिंग संबंधी सभी नियमों की पूरी जानकारी नहीं है। पीड़िता भी शहर के बड़े राजनीतिक परिवार से संबंध रखती है। लडक़ी को अपना जरुरी दस्तावेज के साथ सोमवार को दोबारा कमेटी के सामने पेश होना है। मामले में पहले यूजीसी को पाच छात्र नेताओं की शिकायत की जानकारी मिल रही थी लेकिन चार की शिकायत वहा की गई है। मामले पर एक पुराने छात्र नेता के खिलाफ रैगिंग मामला भी उठ रहा है, इसको लेकर भी छानबीन जारी है। हरमनजोत गिल की शिकायत पीयू प्रबंधन को 22 सितंबर को की गई
सोशल मीडिया बातचीत के 101 स्नैप शॉट शिकायत में भेजे
पीड़िता ने शिकायत के साथ 101 स्नैप शॉट अटैच कर भेजे हैं। इनमें ग्र्रुप मे् चल रही बातचीत का जिक्त्र है। पीड़िता ने स्नैप शॉट को आधार बनाया है कि सोशल मीडिया ग्र्रुप में जबरन उस पर दबाव बनाया और उसको प्रताड़ित किया गया। मामले का खुलासा होने क बाद 164 ग्र्रुप सदस्यों में से कई ने इसको छोड़ दिया।
ये है पूरा मामला
पीड़िता ने आरोप लगाए कि उसको जबरदस्ती सोशल मीडिया ग्र्रुप में एड किया गया। इसके बाद उसको ग्र्रुप में प्रताड़ित किया । परेशान हो उसने ग्र्रुप छोड़ दिया। इसके बाद एबीवीपी का एक सीनियर नेता उसको मनाने विभाग पहुंचा और उसको दोबारा ग्र्रुप में एड कर लिया गया। ग्र्रुप में एक अन्य सदस्य अपने कमेंट करता तो सीनियर नेता उसको बोलने नहीं देते। पीड़िता ने उसको स्पोर्ट किया। इसके बाद दोबारा से उसको प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इसके बाद उसको शिकायत करनी पड़ी।
एबीवीपी के प्रेजीडेंट पद का चुनाव लड़ चुका है अविनाश पाड़े
शिकायत में चार का नाम यूजीसी की संबंधित सैल को भेजा गया है। यूआइईटी के अविनाश पाडे व आकाश , अनिरुद्ध और अंशुल का नाम सामने आया है। वहीं पार्टी के सीनियर नेता हरमनजोत गिल के खिलाफ पीयू प्रशासन को लिखित में शिकायत दी है। इनमें से अविनाश पाड तो 2017 में एबीवीपी की तरफ से प्रेसीडेंट पद का चुनाव लड़ चुका है। आकाश विश्वा कैंपस सेक्त्रेटरी है।
शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा : पीड़िता
मुझ पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। पार्टी के हरमनजोत गिल ने चंडीगढ़ के कई बड़े बीजेपी नेताओं से जानकारी बता शिकायत वापस लेने को कहा। मैं किसी का करियर नहीं बर्बाद करना चाहती हूं लेकिन ऐसे लोगों को कम से कम इतना तो पता लगना चाहिए किसी को प्रताड़ित करने, मानसिक यातना देने और धमकी देने का क्या मतलब होता है। कमेटी को रैगिंग संबंधी नियमों का ही नहीं पता।
पीड़िता , कमेटी के सामने पेश होने के बाद।